पुलिस के हाथ लगा फरार 10 हजार रुपये का इनामी ठग
रीवा। सिविल लाइन पुलिस को धोखाधड़ी के आरोप में छ साल से जिसकी तलाश थी वह टीआई हितेंद्रनाथ शर्मा के हाथों लग गया। मजे की बात यह है कि एसपी कार्यालय से उस पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था। उसके बावजूद भी सिविल लाइन थाना की कमान कई टीआई के हाथों आई परंतु ठगी का फरार 10 हजार रुपये आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं लगा। टीआई सिविल लाइन हितेंद्रनाथ शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को ठगी के आरोपी विवेक सिंह पिता अभयराज सिंह 40 वर्ष निवासी मनिकवार थाना चाकघाट हाल आशियाना आंगन भिवाड़ी जिला अलवर राजस्थान को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी के विरुद्ध ठगी सहित विभिन्न धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर न्यायालय में पेशकर सलाखों के पीछे कर दिया गया। आरोपी के विरुद्ध 3 फरवरी 2017 में सिविल लाइन थाना में अपराध पंजीबद्ध किया गया था।फरियादी विनय सिंह पिता भागीरथी सिंह निवासी समान ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति शांती बिहार कालोनी स्थित हाउसिंग बोर्ड द्वारा निर्मित भवन एचआईजी-01 की रजिष्ट्री फर्जी दस्तावेज संलग्र कर विनय सिंह बन कर अपने नाम करवा लिया है। पीडि़त ने बताया कि 2001 में हाउसिंग बोर्ड द्वारा निर्मित भवन के लिए पंजीयन करवाया था। जिसकी किश्त पूरी होने पर जब रजिष्ट्री करवाने पहुंचा तो देखा उनकी जगह कोई विनय सिंह बन कर अपने नाम उनके भवन की रजिष्ट्री करवा ली। जिसकी शिकायत थाना में की गई। पुलिस अपराध पंजीबद्ध तथा कथित विनय सिंह की शिनाख्ती सहित तलास में जुट गई। लेकिन पुलिस के सारे प्रयास नकामायाब हुये। टीआई हितेंद्रनाथ ने थाना की कमान संभालते ही तथाकथित विनय सिंह की टोह में लग गये। शुक्रवार को उस समय उनको सफलता मिली जब तथा कथित विनय सिंह उर्फ विवेक सिंह पिता अभयराज सिंह उनके थाना की सलाखों के पीछे पहुंच गया। जिसे शनिवार के दिन न्यायालय में पेश कर केंद्रीय जेल भेज दिया गया।
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