रीवा शहर के कोठी कंपाउंड स्थित विंध्याचल बुद्ध विहार में महान समाज सुधारक ज्योतिबा फुले की जयंती मनाई गई। इस दौरान ज्योतिबा राव फुले के अनुनायी एकत्रित हुए। इस अवसर पर उनके जीवन और योगदान पर विस्तार से चर्चा की गई। बतादें कि ज्योतिराव गोविंद राव फुले सत्य शोधक समाज के संस्थापक थे। उन्होंने दलितों और पिछड़ों को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया। वे एक प्रमुख समाजसुधारक, विचारक, लेखक और दार्शनिक थे। फुले ने महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पुणे में देश की पहली कन्या पाठशाला की स्थापना की। उन्होंने अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले को शिक्षित किया, जो भारत की पहली महिला शिक्षिका बनीं। वे बाल विवाह के विरोधी और विधवा विवाह के समर्थक थे। उनका मुख्य उद्देश्य समाज को अंधविश्वास और कुरीतियों से मुक्त करना था।
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