Thursday, 15 September 2022

शा. इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा के छात्रों ने ऐप बनाकर जीती राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता, जानिए क्या है ऐप की खासियत

36 घंटे कोडिंग कर ऐप और वेबसाइट किया डेवलप
रीवा. शासकीय इंजीनियरिंग कालेज रीवा के प्रतिभावान छात्रों ने कमाल कर दिखाया है। यहां के छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर दो ऐप बनाकर प्रतियोगिता में जीत हासिल की है, जिसमें इनाम स्वरूप एक लाख रूपये का पुरस्कार मिला है। बता दें कि स्मार्ट छात्रों को प्रात्साहित करने के लिए इंडिया हैकाथॉन शिक्षा मंत्रालय, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स और इंटर इंस्टीट्यूशनल इनक्लूसिव इनोवेशन सेंटर की एक पहल है। जो एसआईएच 2017 से उच्च शिक्षा के छात्रों के लिये हर वर्ष दो प्रारूपों सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर संस्करण में प्रतियोगिता आयोजित करता है। ग्रैंड फिनाले में भाग लेने के लिये 15,000 से अधिक छात्रों और संरक्षक ने 75 नोडल केंद्रों का भ्रमण किया जाता है।

ग्रैंड फिनाले में चयन हुआ

रीवा के शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज से वर्ष 2022 में दो टीमों का प्रतियोगिता के ग्रैंड फिनाले में चयन हुआ। जिसमें एक टीम फस्र्ट ईयर की और दूसरी टीम थर्ड ईयर की थी। पहली टीम के टीम लीडर वैष्णवी चंद्रवंशी हंै और इस टीम में कुल 5 सदस्य हैं। वहीं दूसरी टीम के टीम लीडर धीरज भारद्वाज हैं और इनकी टीम में कुल 6 सदस्य हैं। पहली टीम ने मॉड्यूल तैयार किया जिसके तहत प्रधानमंत्री आवास योजना के आधीन आने वाली समस्या का समाधान हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के जरिए  होगा। इन छात्रों ने एंड्रॉयड ऐप डेवलपमेन्ट और वेब डेवलपमेन्ट दोनों ही 36 घंटे में करके दिखाया था। दूसरी टीम ने मशीन लर्निंग आधार हिंसात्मक डिटेक्टर सॉफ्टवेयर ऐप तैयार को डिजाइन किया जिसमें किसी भी प्रकार की हिंसात्मक प्रतिक्रिया की जानकारी नजदीक के पुलिस स्टेशन में स्वत: चली जायेगी। प्रथम-टीम ने अपनी श्रेणी में 36 घंटे कोडिंग करके ऐप और वेबसाइट डेवलप कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस दौरान सहायक प्राध्यापक इलेक्ट्रानिक एवं कम्यूनिकेशन समीक्षा सिंह उपस्थित रहीं। छात्रों के दल में आयुष सिंह, सौरभ, हितेश चौकीदार, लतिस गंगारे, अभिनंदन मिश्रा,  अखिलेश द्विवेदी, मयंक विश्वकर्मा, श्रीकृष्ण द्विवेदी व प्रशांत जोशी शामिल हैं।

कलेक्टर  व एसपी ने की छात्रों की सराहना

शा. इंजीनियरिंग कालेज के इन प्रतिभावान छात्रों से कलेक्टर मनोज पुष्प ने मुलाकात की। दोनों टीमों के सदस्यों ने कलेक्टर को  ऐप एवं उसके उपयोग व सुविधा के बारे में जानकारी दी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन एवं सीईओ जिला पंचायत स्वप्निल वानखेड़े  भी मौजूद रहे। कलेक्टर ने छात्रों को प्रात्साहित करते हुए कहा कि दोनों ऐप उपयोगी है जिनसे पुलिस एवं ग्रामीण विकास विभाग के कार्यों व योजनाओं के संचालन में सहायता होगी। 

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