14 माह से जेल की यात्रा करते हुये रीवा पहुंचा सायबर ठग
झारखंड सायबर ठग के गढ़ से विख्यात है। झारखंड में बैठे ठग देश के किसी भी प्रांत के खाते से रकम उड़ाने में माहिर खिलाड़ी माने जाते है। बताया तो यहां तक जाता है कि झारखंड के जामतारा में सायबर फ्राड की कोचिंग संस्थायें संचालित है, जहां नव युवक सायबर फ्राड का हुनर सीखते हैं। एक 24 वर्षीय युवक कई प्रांतो की जेल से घूमता हुआ बुधवार को रीवा पहुंचा। जहां अमहिया पुलिस ने न्यायालय ने चार दिन के लिए पुलिस रिमांड पर लिया है। जो संजय गांधी अस्पताल में पदस्थ शासकीय कर्मचारी विष्णु दयाल शर्मा पिता राधेश्याम निवासी करौली राजस्थान हाल रीवा से डेढ़ लाख रुपये की आन लाइन ठगी को अंजाम दिया था। बुधवार को यूपी की बस्ती जिले की पुलिस ने सायबर ठगी के आरोपी सोन अंसारी पिता बदरूल अंसारी 24 वर्ष निवासी कपशा थाना सारठ जिला देवधर प्रांत झारखंड को रीवा न्यायालय में पेश किया। न्यायालय रीवा द्वारा आरोपी को अमहिया पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।
14 महीने से काट रहा जेल के चक्कर
अमहिया पुलिस ने बताया कि आरोपी के विरुद्ध 26 अप्रैल 21 में ठगी का अपराध दर्ज किया गया था। इस मामले में एक आरोपी सराफत अंसारी को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी थी। मुख्य आरोपी सोनू अंसारी की पुलिस तलास कर रही थी। आरोपियों ने घटना दिनांक को फरियादी विष्णूदयाल शर्मा के रीवा बैंक खाते से 46 हजार एंव राजस्थान करौली के बंैक खाते से एक लाख रुपये एक ही झटके में अपने फर्जी नाम से खोले गये खाते में ट्रांसफर कर लिये थे। पुलिस ने बताया कि फरियादी विष्णूदयाल शर्मा ने आन लाइन रेलवे की टिकट बुक करवाने के लिए गूगल पर नबंर सर्च किया तो सायबर ठगों के जाल में जा फंसा और झारखंड में बैठे ठगों ने रीवा सहित राजस्थान से उसके खाते से पैसों का आहरण कर लिया। सोनू अंसारी ने बताया कि वह 14 महीने से जेल के चक्कर काट रहा है। इसके पहले वह देवधर झारखंड, राजस्थान, बस्ती जिला जेल यूपी से होते हुये रीवा न्यायालय आया।
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