डिप्रेशन में आकर लगाई फांसी, इंदौर से हाल ही में आया था रीवा
मध्य प्रदेश के रीवा में एक छात्र असफलता से निराश होकर अपना जीवन ही समाप्त कर लिया। कंपटीशन एग्जाम सफलता नहीं मिली तो उसे सुसाइड कर लिया है। युवक ने रस्सी का फंदा तैयार कर फांसी लगा ली है। उस वक्त घर में वह अकेला था। बहन जब कॉलेज से लौटी तो उसे फांसी पर झूलता देख पुलिस व परिजनों को सूचना दी। पुलिस ने फंदे से शव को उतारकर संजय गांधी अस्पताल में भेजवाया। जहां चिकित्सकों ने छात्र को देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया है। रात हो जाने के कारण मंगलवार को पोस्ट मार्टम की नहीं हुआ। शव को मर्चुरी में रखा गया है। पीएम बुधवार की सुबह होगा। घटना अमहिया थाना अंतर्गत रेडियो कॉलोनी की है। पुलिस ने मर्ग कायम कर आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
बताया गया है कि कमलेश बंसल 20 वर्ष निवासी रेडियो कॉलोनी ने मंगलवार की शाम आत्महत्या कर ली। कुछ वर्षों से वह इंदौर में रहकर कंपटीशन एग्जाम की तैयारी कर रहा था। हाल ही में दीवाली के मौके पर रीवा आया था। चर्चा है कि बीते दिन आए एग्जाम के रिजल्ट में वह सफल नहीं हुआ था, जिससे बाद से वह काफी तनाव में था।
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अकेले में लगा लिया मौत को गले
बताया गया है कि आत्महत्या के वक्त छात्र घर में अकेला था। उसके पिता ड्यूटी में गए हुए थे, जबकि मां किसी काम से बाहर गईं हुईं थीं। बहन कॉलेज गई थी। इस दौरान रेडियो कालोनी के सरकारी आवास में युवक कई घंटों तक अकेला रहा। इसी बीच उसने जीवन समाप्त करने का निणर्य लेते हुए फांसी पर झूल गया। बहन जब कालेज से लौटी, तो वह घर के अंदर फांसी में झूलता मिला। जिसे देख कर वह बदहवास रह गई। फिर किसी तरह से खुद को संभालते हुए माता-पिता को सूचना दी। उसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई।
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आत्महत्या से जुड़ी बातें, इसे रोकने के उपाय
- आमतौर पर माना जाता है कि शैक्षिक संस्थान और पढ़ाई के दबाव की वजह से ऐसा होता है। जबकि छात्रों की आत्महत्या की कई दूसरी वजह भी हो सकती हैं। इसके लिए परिवार और दोस्तों को बच्चों पर नजर रखनी चाहिए, उन्हें उचित सलाह के साथ जरूरत पडऩे पर काउंसलर, फिजीशियन और मनोचिकित्सक से मदद लेनी चाहिए।
- कुछ लोग मानते हैं कि लोग शर्म और अपमान से बचने के लिए आत्महत्या करते हैं। जबकि यह सच नहीं है, दरअसल सुसाइड एक तरह से हादसा है। इस हादसे का शिकार किसी भी इंसान का दिमाग हो सकता है। जिस लेकर हमें सतर्क रहना होगा। अगर आपके परिवार, दोस्त और आस-पास रह रहे किसी व्यक्ति पर ऐसे कोई बदलाव नजर आता है तो उसका पूरा सहयोग करें।
- आत्महत्या करना किसी भी समस्या का निदान नहीं हो सकता है। कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति के इस एक गलत निर्णय की वजह से एक पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है। इसलिए आवेश में आकर या निराश होकर आत्महत्या जैसा निर्णय लेना पूरी तरह से गलत है। यह कदम उठाने से पहले एक बार शांत मन से यह जरूर सोचें कि आपके इस फैसले से अपने परिजनों पर क्या असर पड़ेगा।
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