Tuesday, 4 April 2023

GMH Rewa में न्यौछावर के लिये भिड़ी नर्स और महिला सुरक्षाकर्मी! दोनों के बीच हुई हाथापाई, लगाये गंभीर आरोप



रीवा। शहर के गांधी स्मारक अस्पताल में गायनी वार्ड में प्रसूताओं के परिजनों से बतौर न्यौछावर के नाम पर लंबे समय से वसूली का खेल चल रहा है। जिसमें सफाई मैनेजर से लेकर सुपर वाइजर तक के हाथ मैले हैं। इस बात की शिकायत आये दिन सीएमओ से लेकर अधीक्षक तक पहुंचती रही। परंतु अस्पताल प्रशासन द्वारा शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया जाता था। जिसे इस वसूलीबाज गिरोह का मनोबल बढ़ा हुआ है। जिसके चलते विवाद की स्थिति भी बनती हैं। जीएमएच में एक बार फिर से स्टाफ के बीच विवाद हो गया। इस बार मरीजों के परिजन नहीं बल्कि अस्पताल के की कर्मचारी आपस में भिड़ गये, हालात मारपीट तक पहुंच गये। 

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एक और गंभीर आरोप 

दरअसल जीएमएच में नर्सिंग स्टाफ की सीनियर नर्स संगीता सिंह और सुरक्षा एजेंसी यूडीएस की महिला कर्मचारी साधना गौतम के बीच मारपीट का मामला सामने आया है। दोनों ने ही एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया है और कहा है कि संंबंधित अपनी सेवाएं बेहतर नहीं देती। दोनों की ओर से एक और गंभीर आरोप यह लगाया गया है कि मरीजों के परिजनों से सेवा शुल्क के रूप में रुपए मांगे जा रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। लगातार अस्पताल की सेवाएं सवालों में हैं। इस घटना से कुछ समय पहले संजयगांधी अस्पताल में जहां विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम गए थे, वहां पर लिफ्ट बंद होने की वजह से उन्हें सीढिय़ां चढऩी पड़ी तो अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल उठे। अध्यक्ष ने अस्पताल प्रबंधन के अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की है। बीते कुछ समय से अस्पताल की व्यवस्थाएं लचर हैं। विधानसभा तक मामला पहुंचने के बावजूद हालात नहीं सुधर रहे हैं। एक दिन पहले डभौरा अंचल से आए एक मरीज ने आरोप लगाया था कि वह ब्लड बैंक में गया था, जहां पर अभद्रता हुई है।

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संभागायुक्त के निर्देशों का भी असर नहीं

गत दिवस संभागायुक्त ने अस्पताल पर उठते सवालों के बीच निरीक्षण किया था। साथ ही उन्होंने एक नंबर जारी करने का निर्देश दिया था कि यदि कोई मरीजों के परिजनों से रुपए मांगे या फिर प्राइवेट अस्पताल में भेजने की बात करे तो  उस नंबर पर शिकायत दर्ज करें।  इस निर्देश के बाद भी कर्मचारियों पर असर नहीं दिख रहा और अब रुपयों के लेनदेन का दोनों पक्षों ने आरोप लगाते हुए मारपीट भी कर डाली है। लगातार अस्पताल की बिगड़ती व्यवस्था प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। हाल ही में चिकित्सा शिक्षा मंत्री एवं प्रमुख सचिव ने भी व्यवस्थाएं सुधारने का निर्देश दिया है।

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