रीवा. एक माह बाद मानसून आ सकता है। बारिश होते ही जमीनी विवाद निकल कर सामने आ जाते है। कहीं लाठी चलती है तो कहीं तलवारबाजी के साथ गोली चलने की घटनायें होती हैं। थाना से लेकर अस्पताल तक विवादों का हुजूम दिखाई देने लगता है। यहां तक की हत्या जैसी घटनायें भी हो जाती है। जो विवाद न्यायालय में विचाराधीन होते है उनका फैसला खेतों पर ही हो जाता है। एक पक्ष अस्पताल या श्मसान घाट पहुंचता है तो दूसरा पक्ष सलाखों के पीछे चला जाता है और दोनो ही परिवारों के बर्बादी की दास्तां शुरू हो जाती है। पुलिस विभाग में देखा जाये तो ज्यादातर सीएम हेल्प लाइन की शिकायते जमीनी विवाद से जुड़े हुए आते हैं।
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राजस्व अमले के साथ शिविर में कर रहे निपटारा
वैसे तो सीएम हेल्प लाइन की शिकायत के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान चला दिया। प्रदेश सहित रीवा जिले के एसडीओपी अपने-अपने अनुविभाग में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान पर कार्य करने जुट गये। मिली जानकारी के अनुसार मऊगंज और त्योथर एसडीओपी ने अपने अनुविभाग में बुधवार के दिन शिविर का आयोजन किया। जिसमें राजस्व अधिकारी भी शामिल रहे। शिविर में सीएम हेल्प लाइन में शिकायत करने वालों सहित जमीनी विवाद के मामलों को सुलझाने का प्रयास किया गया है। इस संबंध में मऊगंज एसडीओपी नवीन दुबे ने बताया कि मऊगंज एंव हनुमना थाना में लगभग 50 विवादित मामलों को सुलझाया गया है। साथ ही बताया कि राजस्व अमले के साथ थाना के विवेचना अधिकारी अब गांव-गांव जाकर आपसी जमीनी विवाद सुलझाने का प्रयास करेंगे। जब उनसे न सुलझा तो एसडीएम, तहसीलदार के साथ एसडीओपी या फिर संबंधित थाना प्रभारी गांव तक पहुंच कर विवाद सुलाझाने का प्रयास करेंगे।
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