रीवा जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के चंद्रपुर गांव में शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने गई पुलिस और प्रशासनिक टीम को अतिक्रमणकारियों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। पुरुषों और महिलाओं ने मिलकर जेसीबी के सामने लेटकर हंगामा किया, जिसके चलते प्रशासन अतिक्रमण हटाए बिना वापस लौट गया।
जानकारी के अनुसार, उच्च न्यायालय के आदेश पर चंद्रपुर गांव की शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई थी। रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने तहसीलदार को नोटिस जारी कर निर्धारित समय में कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा था। इसके तहत प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम जेसीबी के साथ गांव पहुंची। लेकिन, जैसे ही अतिक्रमण हटाने का प्रयास शुरू हुआ, अतिक्रमणकारी महिलाएं और पुरुष जेसीबी के सामने लेट गए और जमकर उत्पात मचाया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कार्रवाई जबरदस्ती की जा रही है और उनकी निजी जमीन को सरकारी बताकर हटाया जा रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन अतिक्रमणकारियों की संख्या अधिक होने के कारण प्रशासन बैकफुट पर आ गया। बताया गया कि दो माह पहले भी इसी तरह की कार्रवाई का विरोध हुआ था, जिस पर थाने में एफआईआर दर्ज है।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें ग्रामीण पुलिस और प्रशासन पर जबरदस्ती का आरोप लगा रहे हैं। प्रशासन की इस नाकामी ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था और अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कार्रवाई जबरदस्ती की जा रही है और उनकी निजी जमीन को सरकारी बताकर हटाया जा रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन अतिक्रमणकारियों की संख्या अधिक होने के कारण प्रशासन बैकफुट पर आ गया। बताया गया कि दो माह पहले भी इसी तरह की कार्रवाई का विरोध हुआ था, जिस पर थाने में एफआईआर दर्ज है।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें ग्रामीण पुलिस और प्रशासन पर जबरदस्ती का आरोप लगा रहे हैं। प्रशासन की इस नाकामी ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था और अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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