Tuesday, 25 October 2022

सूर्यग्रहण का सूतक आज सुबह से ही लगा, भूलकर भी न करें ये काम, इन नियमों का करें पालन

24 अक्टूबर को दवाली का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया। आज दूसरे दिन 25 अक्टूबर सूर्य ग्रहण पड़ रहा है। यह सूर्य ग्रहण साल का दूसरा और अंतिम है। हालांकि भारत में यह सूर्य ग्रहण आंशिक रूप से ही दिखेगा। इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे, 3 मिनट की है। जो कि दोपहर में 02 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगा और ग्रहण का समापन शाम 06 बजकर 32 मिनट पर होगा। जबकि सूर्यग्रहण की भारत में इसकी शुरुआत शाम को 04 बजकर 22 मिनट पर होगी और सूर्यास्त के साथ ही 5 बजकर 42 मिनट पर यह सूर्यास्त के समाप्त हो जाएगा। बता दें कि सूतक काल सूर्यग्रहण से 12 घंटे पहले ही लग जाता है। इस तरह से भारत में सूर्य ग्रहण की शुरुआत शाम 04 बज कर 22 मिनट से होगा, ऐसे में यहां सूतक काल 25 अक्टूबर को ही सुबह 04 बज कर 22 मिनट से शुरू हो जाएगा। अर्थात दिवाली की अगली सुबह सूतक से ही शुरू होगी। सूतक में कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है, आइये जानते हैं वो जरूरी नियम-


सूर्यग्रहण व सूतक काल में इन नियमों का करें पालन

  • सूतक काल के दौरान भोजन नहीं बनाएं और न ही सूतक काल में भोजन करें। हालांकि यह नियम से बीमार, वृद्ध और गर्भवती महिलाओं पर लागू नहीं होता है।
  • यदि भोजन सूतक काल से पहले ही बना लिया है तो इसमें तुलसी का पत्ता  डाल दें। दूध व इससे बनी खाद्य वास्तुओं सहित पानी  में भी तुलसी का पत्ता डालें। तुलसी का पत्ता डालने से दूषित वातावरण का असर खाद्य वस्तुओं पर नहीं पड़ता है।
  • गर्भवती महिलाएं को सूतक लगने के साथ विशेष रूप से सतर्क रहने की जरूरत होती है। सूतक काल प्रारंभ होने से लेकर ग्रहण पूरा होने तक घर से बाहर न निकलें और अपने शरीर के पेट वाले भाग में गेरू लगाकर रखें। 
  • गर्भवती स्त्रियां सूतक काल से लेकर ग्रहण काल समाप्त होने तक किसी भी प्रकार की नुकीली वस्तुओं का उपयोग न करें।
  • सूतक काल में पूजा करना वर्जित है, यहां तक कि घर के मंदिर में भी पूजा न करें। इस दौरान मानसिक जाप करना फलदायी होता है। 

    कृपया खबर पढ़ने के बाद शेयर करना न भूलें। Please share after reading the news.


No comments:

Post a Comment