सूर्यग्रहण व सूतक काल में इन नियमों का करें पालन
- सूतक काल के दौरान भोजन नहीं बनाएं और न ही सूतक काल में भोजन करें। हालांकि यह नियम से बीमार, वृद्ध और गर्भवती महिलाओं पर लागू नहीं होता है।
- यदि भोजन सूतक काल से पहले ही बना लिया है तो इसमें तुलसी का पत्ता डाल दें। दूध व इससे बनी खाद्य वास्तुओं सहित पानी में भी तुलसी का पत्ता डालें। तुलसी का पत्ता डालने से दूषित वातावरण का असर खाद्य वस्तुओं पर नहीं पड़ता है।
- गर्भवती महिलाएं को सूतक लगने के साथ विशेष रूप से सतर्क रहने की जरूरत होती है। सूतक काल प्रारंभ होने से लेकर ग्रहण पूरा होने तक घर से बाहर न निकलें और अपने शरीर के पेट वाले भाग में गेरू लगाकर रखें।
- गर्भवती स्त्रियां सूतक काल से लेकर ग्रहण काल समाप्त होने तक किसी भी प्रकार की नुकीली वस्तुओं का उपयोग न करें।
- सूतक काल में पूजा करना वर्जित है, यहां तक कि घर के मंदिर में भी पूजा न करें। इस दौरान मानसिक जाप करना फलदायी होता है।
कृपया खबर पढ़ने के बाद शेयर करना न भूलें। Please share after reading the news.
No comments:
Post a Comment