हाथ और मुह बांध कर की मारपीट, बेहोशी की हालत में दुष्कर्म कर उतारा मौत के घाट
Murder after rape by tying hands and mouth: मध्यप्रदेश के रीवा जिले के हनुमना थाना के सीधी मार्ग में लगभग 40 किलोमीटर दूर एक गांव में 31 जनवरी की रात 58 वर्षीय महिला की हत्या कर दी गई। दूसरे दिन शव को देखा गया। शव को देख गांव में सनाका सा खिंच गया। जिस निर्दयिता पूर्वक महिला की हत्या की उससे आम जनमानस तो क्या पुलिस भी अचंभित हो गई। पुलिस इस पशोपेश में फंस गई कि आखिर कातिल से इस महिला की इतनी बड़ी रंजिश क्या थी कि निर्मम तरीके से हत्या की गई। मौके पर पुलिस ने जायजा लिया तो देखा कि अधेड़ महिला के चेहरे और हाथों के बांधने के साथ ही बेरहमी से मारपीट कर कातिल ने दुष्कर्म करने के साथ ही उसके गुप्तांग के साथ छेड़छाड की। पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर पीएम करवाने के परिजनों को सौंप दिया। और अनसुलझी, अंधी हत्याओं का खुलासा करने एसडीओपी मऊगंज नवीन तिवारी ने उक्त संगीन वारदात की बागडोर अपने हाथों में ले ली। चौबिस घंटे के अंदर ही उनके हाथों में कातिल लग गया, जो पड़ोसी ही निकला। सोलह वर्षीय बाल अपचारी को देख एसडीओपी मऊगंज सहित पुलिस के आला अफसर भी अचंभित रह गये। थाना प्रभारी हनुमना शैल यादव ने जब बालअपचारी से पूछतांछ शुरू की तो पहले तो वह थाना प्रभारी को चकमा देता रहा। लेकिन फिर तोते की तरह जो किस्सा सुनाया तो पुलिस भौंचक्की रह गई। सपने में भी नहीं सोचा था कि बाल अपचारी दो साल पहले हुई अपनी बदनामी का इस कदर बदला लेगा। फिलहाल पुलिस ने बाल अपचारी पर धारा 460, 376, 380 एवं 201 की धारा में हिरासत पर लेकर बाल न्यायालय में प्रस्तुत कर बाल संप्रेक्षण गृह में भेज दिया।
दो साल पहले मोबाइल चोरी का लगा था आरोप
खुलासे के दौरान एएसपी मऊगंज विवेक लाल ने बताया कि दो साल पहले बाल अपचारी मृतिका के घर गया था। जहां से मोबाइल चोरी हो गया। मोबाइल चोरी का आरोप मृतिका सहित उसके घर के लोगों ने बाल अपचारी पर लगाया। जिससे गांव में उसकी छवि धूमिल हुई। बदनामी की इस घुटन को लेकर बाल अपचारी मौके की तलाश में लगा रहा। दो साल बाद उस वक्त उसके हाथ मौका लगा जब मृतिका के पति का इलाज करवाने पुत्र जबलपुर लेकर गया हुआ था। मौका पाते ही 31 जनवरी की रात बाल अपचारी ने जघन्य वारदात को अंजाम दे डाला। मजे की बात तो यह रही कि विवेचना करने गांव पहुंची पुलिस की इर्द-गिर्द बाल अपचारी घूमता रहा और पुलिस की हर गतिविधियों पर नजर रखे हुये था।
जो पाया मुंह में ठूंस कर चेहरे को किया पैक, और बन गया वहशी दरिंदा
वारदात को अंजाम देने के पहले आरोपी ने खाट पर सो रही अधेड़ महिला के दोनों हाथ खाट से बांध दिये। नींद खुल जाने पर मौके पर मोजा, पन्नी आदि उसे जो भी हाथ लगा महिला के मुंह पर ठूंसने लगा। इतना ही नहीं चेहरे को पन्नी से ढंक कर रस्सी से बांध दिया। इतना करने के बाद आरोपी वहशी दरिंदे की भांति महिला के सीने पर चढ़ कर कूदने लगा। पीएम रिपोर्ट में निकल कर आया कि महिला के सीने की आठ पसलियां टूटी हुई थी। महिला जब नि:शक्त हो गई तो उसके दोनो हाथ बांध कर घसीटते हुये अंदर की ओर ले गया और लोहे की चौखट पर रस्सी से महिला के दोनों हाथ बांध दिये। मोजा, पन्नियों से ढंका चेहरा और चौखट से बंधे दोनो हाथ की वजह से महिला अंतिम सांस ले रही थी। तभी आरोपी ने महिला के साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया। वहशीयाने की हदें तो तब पार कर दी जब महिला की आबरू लूटने के बादगुप्तांग के साथ बांस के डंडे से छेड़छाड़ की। उसके बावजूद भी उसके दिल में जल रही बदले की ज्वाला ठंडी नहीं हुई और घर में रखी धारदार हसिया तलाश कर सिर, सीने और हाथ में कई वार कर मौत के घाट उतार दिया।
कातिल की खोज में टूट पड़ी पुलिस की हर शाखा
अधेड़ महिला की हत्या इस कदर निर्मम तरीके से की गई थी कि शव देख कर पुलिस तक के रोंगटे खड़े हो गये। कातिल की पतासाजी के लिए पुलिस की साइबर शाखा, फिंगर प्रिंट एक्पर्ट, पुलिस डॉग एवं एफएसएल टीम घटना स्थल पर पहुंच गई और सभी ने अपनी-अपनी ओर से कातिल की पतासाजी करने के सारे हथकंडे अपनाये। एसपी, एएसपी सहित पुलिस विभाग का ऐसा कोई अधिकारी न होगा जो घटना को सुन कर मौके पर न गया हो। जिसका परिणाम यह निकला कि 24 घंटे के अंदर ही कातिल को चेहरा निकल कर सामने आ गया। थाना प्रभारी हनुमना शैल यादव ने बताया कि उक्त वारदात को चिन्हित अपराध की श्रेणी में रखा गया है। जिस पर न्यायालय द्वारा शीघ्र सुनवाई कर अपना फैसला सुना सकती है।
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