बेरोजगार युवकों को बनाता था शिकार
एसपी नवनीत भसीन ने ठगी के मामले में खुलासा करते हुये बताया कि पनवार थाना प्रभारी महेंद्र सिंह ने ठगी को अंजाम देने वाले आरोपी अभिषेक कुशवाहा पिता रामसेवक कुशवाहा 24 वर्ष निवासी बरेती कला थाना पनवार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के विरुद्ध पनवार सहित जवा एंव अतरैला में ठगी के अलग-अलग अपराध पंजीबद्ध किये गये है। साथ ही पुलिस घटना के संबंध में गहरार्ई से जांच कर रही है। उम्मीद है कि ठगी के और भी मामले खुलकर सामने आयेंगे। एसपी ने बताया कि इस बेरोजगारी में आरोपी अभिषेक कुशवाहा समय की नजाकत समझते हुये नौकरी दिलाये जाने के लिए नव युवकों को शिकार बनाने लगा। अब तक वह एक करोड़ रूपये से ऊपर बेरोजगार नव युवकों से ठग चुका है।
थाना प्रभारी पनवार के अनुसा आरोपी के विरुद्ध उसके गांव का ही युवक विपुल कुमार कुशवाहा पिता सुरेद्र नाथ कुशवाहा ने 28 सितंबर को थाना में आकर शिकायत दर्ज करवाई। बताया कि आरोपी उसे आर्मी में नौकरी दिलाये जाने के नाम पर ठगी को अंजाम दिया। इस बात का खुलासा तब हुआ जब आरोपी द्वारा दिये गये नियुक्ति पत्र के स्थान की तलास करने लगा और वह स्थान ही नहीं मिला। शिकायतकर्ता के फरियाद पर अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी अभिषेक कुशहवाहा की तलास शुरु कर दी गई। सुराग मिला कि आरोपी रीवा गुढ़ चौराहा स्थित एक मकान किराये से लेकर वहीं से नव युवकों को ठगी का शिकार बना रहा है। उक्त स्थान पर दबिस देकर आरोपी को धर दबोचा। जब कमरे की तलासी ली गई तो वह लैबटॉप, आर्मी की वर्दी, बेल्ट, कैप, पेन ड्राइव, नकली पहचान पत्र, नकली एडमिट कार्ड, नकली रिजल्ट स्लीप, नकली नियुक्ति पत्र, आर्मी एंव पुलिस विभाग के कई अधिकारियों के सील, कई एटीएम कार्ड आदि समान बरामद हुआ। जिनकी कीमत लगभग 79 हजार रुपये पुलिस ने आंकी है। थाना प्रभारी पनवार ने बताया कि आरोपी रीवा ही नहीं प्रयागराज यूपी तक के बेरोजगार नव युवकों को ठगी का शिकार बनाया है।
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इसके पीछे आखिर कौन है मास्टर माइंड?
एसपी सहित थाना प्रभारी ने भले ही ठगी का भंडाफोड़ कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया हो। लेकिन आरोपी के पीछे नव युवकों को ठगने वाला असली मास्टर माइंड कौन है? यह सवाल लोगों के बीच उछाल मार रहा है। जिस तरह से यह रीवा सहित प्रयागराज यूपी के बेरोजगार नव युवकों को नौकरी का झांसा देकर ठग रहा था और उसके कमरे जो समान बरामद हुये। उससे इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि आरोपी अभिषेक कुशहवाहा के पीछे कोई और मास्टर माइंड है। इस बात का खुलासा तब होगा जब पुलिस नौकरी के नाम पर किये गये करोड़ों रूपये की ठगी की गहन जांच करेगी।
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