वीरेन्द्र सिंह सेंगर बबली
रीवा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को रीवा डिवीजन के आबकारी विभाग ने हंसी का पात्र बना दिया, ऐसा कहा जाये तो शायद गलत न होगा। एक ओर मुख्यमंत्री कहते है कि नियत दुकान के बाहर यदि ठेकेदार शराब बेचे तो हाथ में डंडा लेकर खदेड़ो। यदि कोई ठेकेदार दुकान खोल कर शराब पिलाये तो उस पर कार्रवाही करो। अफसोस ठेकेदारों की कड़कड़ाती नोटों के आगे आबकारी विभाग की जहां आंखे चकाचौंध हो गई वहीं मुख्यमंत्री के ये सारे भाषण मंच तक ही सिमट कर रह गये। मामला आबकारी विभाग के रीवा डिवीजन के सतना जिला अंर्तगतअमरपाटन तहसील का है। जिसका ठेका मनजीत भाठिया ने अपने अपने अन्य फर्म के नाम से लिया है। भाठिया ग्रुप के हिमाकत की दाद देनी होगी जो अमरपाटन से महज चंद मीटर दूर कंचनपुर में अवैध रूप से शराब दुकान खोल ली। इतना ही नहीं बकायदा अपने सेल्समैनो को बैठाकर दुकान में शराब का स्टाक भी रख लिया। ऐसा नहीं कि इस बात की जानकारी सतना मेंं बैठे जिला अधिकारी से लेकर रीवा में बैठे आबकारी उपायुक्त को नहीं थी। लेकिन ठेकेदार के न्यौछावर के आगे सतना से लेकर रीवा तक बैठे आबकारी अधिकारियों ने आंखो पर पट्टी बांध रखी थी।
ताला तोड़ कर दुकान जब्त किया माल
पट्टी तो तब खुली जब बुधवार के दिन दुकान हटाये जाने की मांग को लेकर स्थानीय महिलायें धरने पर बैठ गई। रीवा से लेकर सतना तक बैठे आबकारी अधिकारियों की कुर्सी हिल गई। नौकरी दांव पर लगते देख आबकारी टीम ने पुलिस के सहयोग से अवैध दुकान में दबिश दे दी। मजे की बात तो यह रही कि दबिश देने के चंद मिनट पहले ही ठेकेदार के न्यौछावर की अदायगी करते हुये गोपनीय तरीके से सूचित कर दिया। आबकारी और पुलिस की संयुक्त टीम जब वहां पहुंची तो अवैध दुकान में ताला लटका मिला और सेल्समैन भूमिगत हो चुके थे। फिलहाल टीम ने ताला तोड़ कर दुकान की जब तलासी ली तो उसके अंदर 25 पेटी से ज्यादा शराब मिली। जिसे आबकारी विभाग ने अपने कब्जे में ले ली। इस संबंध में जब जिला आबकारी अधिकारी सतना और संभागीय उपायुक्त रीवा से दूरभाष पर संपर्क कर जानकारी लेनी चाही तो किसी भी अधिकारी ने फोन उठाना बला को निमंत्रण देना समझा।
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