कलेक्टर ने कोल समुदाय के प्रतिनिधियों से की चर्चा, जीर्णोद्धार कराकर बनाया जायेगा पर्यटन केन्द्र
The historic Kolgarhi of Tyonthar will be made a tourist center: मध्यप्रदेश रीवा जिले के त्योंथर की ऐतिहासिक कोलगढ़ी के बहुरने वाले हैं। इसको पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा। कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर मनोज पुष्प ने कोल समुदाय के प्रतिनिधियों से इस संबंध में चर्चा की है। उन्होंने कहा कि विन्ध्य क्षेत्र में कोल समुदाय प्रमुख जनजाति समूह है। इसके विकास और कल्याण के लिए प्रमुखता से प्रयास की जरूरत है। चर्चा के दौरान कलेक्टर ने बतायाकि त्योंथर की गढ़ी का जीर्णोद्धार कराकर उसका पर्यटन केन्द्र के रूप में विकास किया जाएगा। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
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शबरी माता जयंती कोल महाकुंभ
सतना में शबरी माता जयंती में आयोजित हो रहे कोल महाकुंभ में रीवा जिले में कोल साहित्य की रचना करने वाले तथा समुदाय के अन्य विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित भी किया जाएगा। बैठक में कोल समुदाय के विकास के लिए कई सुझाव दिए गए। जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल तथा अन्य सदस्यों ने कोल विकास प्राधिकरण बनाने का सुझाव दिया। बैठक में भगवान बिरसा मुण्डा की मूर्ति की स्थापना, अनुसूचित जनजाति विद्यार्थियों के लिए पीजी हास्टल बनाने, भैरव बाबा मंदिर के पास स्थित शबरी माता मंदिर के विकास तथा रीवा में कोल संग्रहालय एवं सामुदायिक भवन बनाने का सुझाव दिया गया। कलेक्टर ने कहा कि सभी मांगों के संबंध में समुचित प्रस्ताव संबंधित विभागों को भेजकर इस पर कार्य कराया जाएगा। बैठक में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, आयुक्त नगर निगम संस्कृति जैन, अपर कलेक्टर नीलमणि अग्निहोत्री, जिला समन्वयक जन अभियान परिषद प्रवीण पाठक, जिला संयोजक डीएस परिहार, रवीन्द्र कोल, मनोज रावत सहित अन्य प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
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