रीवा. पुरी गोवर्धन मठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने रीवा में अपने प्रवास के दूसरे दिन संगोष्ठी एवं दीक्षा कार्यक्रम में शामिल हुए। शहर के आधा सैकड़ा से अधिक भक्तों ने शंकराचार्य से दीक्षा ली। इस अवसर पर संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि मठ और मंदिर ही हैं जो सबको शरण देते हैं। शंकराचार्य निश्चचलानंद सरस्वती ने इस मौके पर कहा कि सेकुलर शासन तंत्र को धार्मिक क्षेत्र में दखल देने का हक नहीं होता। उन्होंने कहा कि अगर दम हो तो गुरुद्वारा और मस्जिद को अधिगहण करके दिखाएं। इसीलिए मैं कहता हूं कि पहले के समय में जब राजा सबकुछ हार जाता था तब मंदिर व मठ ही शरण देते थे। मंदिर और मठ सबको पनाह देते हैं। शंकराचार्य ने कहा कि भारत विश्व का ह्रदय है, अगर भारत को क्षति हुई तो पूरे जगत में इसका असर पड़ेगा। भारत को दिशाहीन करने में कोई भी बल सफल नहीं होगा। विश्व में कोई भी गुत्थी हो समाधान केवल भारत में ही होना हैं। इस दौरान डॉ. राहुल मिश्रा, डॉ. आशय द्विवेदी, पुष्कर सिंह सहित अन्य लोगोंं ने दीक्षा ग्रहण की। संगोष्ठी में सैकड़ों की संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।
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