वीरेन्द्र सिंह सेंगर बबली
रीवा। जनेह थाना क्षेत्र के गढ़ी चौकी प्रभारी सहित वहां मौजूद पुलिस स्टाफ का शराब कारोबारी से याराना मंहगा पड़ता दिखाई दे रहा है। ठेकेदार के इशारे पर उसके पार्टनर पर योजनाबद्ध तरीके से आबकारी अधिनियम की धारा 34 (2) का आरोपी बनाना गले की फांस बनता जा रहा है। अपराध दर्ज करने साथ ही अपने पीछे कई ऐसे राज छोड़ते चले गये जो अब निकल कर परत-दर-परत सामने आने लगा। एसपी विवेक सिंह ने इस मामले की यदि निष्पक्ष जांच करवा दी तो गढ़ी चौकी प्रभारी सहित कई पुलिसकर्मी और शराब ठेकेदार पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। बताते चले कि कुछ दिन पूर्व गढ़ी चौकी प्रभारी राहुल सोनकर ने चौकी क्षेत्र के ग्राम लेपा निवासी शिव बहादुर सिंह पर आबकारी अधिनियम की धारा 34 (2) का आरोपी बनाते हुये जेल में सलाखों के पीछे कर दिया। और इसी अपराध क्रमांक में बरौली शराब दुकान समूह के ठेकेदार आशीष जायसवाल के पार्टनर रहे दिलीप उर्फ बीडी पटेल को भी आरोपी बनाते हुये फरार दर्शा दिया। इस बात की खबर जब बीडी पटेल को लगी तो उसने अपने भाई शंकर सिंह पटेल के माध्यम से एसपी विवेक सिंह को ज्ञापन सौंपते हुये निष्पक्ष जांच किये जाने की गोहार लगवाई और बताया कि ठेकेदार आशीष जायसवाल के झांसे में आकर वह बरौली समूह में 25 लाख रूपये देकर पार्टनर बना था। साल बीतने पर जब हिसाब करने की बात आई तो दोनो के बीच दरार पैदा हो गई। ठेेकेदार आशीष जायसवाल ने पार्टनरसिप से अलग करने के साथ ही उसे रास्ते का कांटा समझ कर उस पर फर्जी एफआईआर दर्ज करवा दी। हलाकि शंकर सिंह पटेल का यह आवेदन कहां और किस मोड़ पर है यह तो आने वाला समय ही बतायेगा। लेकिन उसके बाद जो आडियों निकल कर सामने आई उससे पूरी कहानी का ही पटाक्षेप हो गया। आडियों पर यदि भरोसा करें तो ठेकेदार आशीष जायसवाल और गढ़ी पुलिस के संबंधों की पोल खोल रहा। जिसमें गढ़ी दुकान का सेल्समैन अनीत उर्फ लाला जायसवाल निवासी गढ़ी रिसदा और फरार आरोपी दिलीप उर्फ बीडी पटेल निवासी कोटरा खुर्द थाना सोहागी के बीच हुई बातचीत का आडियो वायरल होते हुये हाथ लगा है।
एफआरबी चालक के टैब में छुपी है सारी कहानी
गढ़ी शराब दुकान के सेल्समैन रहे अनीत उर्फ लाला ने फरार पार्टनर बीडी पटेल से बताया कि घटना के दिन आरक्षक विपिन मिश्रा, महेंद्र आदि लोग एक सिफ्ट कार और एक मार्शल में सवार होकर लेपा गांव शिवबहादुर सिंह के घर गये हुये थे। वहां 15 सीसी देशी मदिरा मिरंडा और 15 सीसी विदेशी शराब जीनियस के साथ ही डेढ़ पेटी बियर की मिली थी। अनीत उर्फ लाला ने बीडी को दूरभाष पर बताते हुये कहा कि शिवबहादुर सिंह को उस कमरे में बंद किया गया था जिसमें सेंगर मुंसी रहते थे। और गढ़ी शराब दुकान से बाइक में एक बार चार, एक बार दो फिर एक बार एक पेटी मदिरा प्लेन शराब गढ़ी चौकी पहुंचाई गई थी। मजे की बात तो लाला जायसवाल ने यह बताई कि शिवबहादुर के यहां पकड़ी गई बियर आरक्षक विपिन मिश्रा ने रख ली। इतना ही नहीं लाला जायसवाल ने यह भी बताया कि शिवबहादुर के यहां दबिस देते वक्त एफआरबी चालक महेंद्र ने उसे अपना टैब देते हुये दबिस कार्रवाई की वीडियो बनाने को कहा था। जो वह टैब में कैद करता रहा। टैब के स्टोरेज को यदि खंगाला जाये तो पूरे घटना क्रम का दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ जायेगा।
बिना नौकरनामा के शराब दुकान का रहा सेल्स
इस पूरे मामले में आबकारी विभाग पर कहीं न कहीं उंगली उठ रही है। दुकान के कर्मचारियों को आबकारी विभाग से नौकरनामा बनता है। लेकिन बरौली शराब दुकान के ठेकेदार ने अनीत उर्फ लाला जायसवाल और मनोज द्विवेदी का आबकारी विभाग से नौकरनामा नहीं बनवाया था और दोनो को ही अवैधानिक तरीके से दुकान का सेल्समैन बना रखा था। जिसे हाल में ही नौकरी से निकाल दिया और अफवाह फैला रहे कि उसके पार्टनर रहे बीडी पटेल ने उसके सेल्समैनों को भड़का कर उसकी दुकान से बुला लिया। सच क्या है यह तो बीडी पटेल और ठेकेदार के बीच की बात है या फिर सेल्समैन रहे दोनो युवक ही बता सकते हैं। लेकिन जो आडियो निकल कर सामने आई है उससे यह तो विदित होता है कि इस घटनाक्रम में ठेकेदार ने पुलिस के साथ मिल कर बड़ी चाल चली है।
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