माशूकायें करवा रहीं कत्ल, आशिक ही बन रहे आशिक के कातिल, पुलिस ने खोले कई राज

Thursday, 25 May 2023

/ by BM Dwivedi

वीरेन्द्र सिंह सेंगर बबली

रीवा. कुछ युवतियों में प्रेमी नहीं प्रेमियों की लाइन खड़ी करने का शौक चढ़ा हुआ है। कुछ पल इससे, कुछ पल उससे और कुछ पल किससे बिताए इस बात की गारंटी नहीं है। कपड़ो की तरह आशिक बदलने में कांटा बनने वाले प्रेमी को रास्ते से हटाने के लिए छेड़छाड़, दुष्कर्म के आरोप में जेल भेजने से लेकर खूनी खेल तक खेल जाती हैं। हाल ही में रीवा मेें अलग-अलग थाना क्षेत्र में दो हत्यायें हुई। हत्याओं पर पुलिस ने जब तहकीकात की तो इश्क के नाम पर आशिक बदलने वाली लड़कियों के चेहरे बेनकाब हो गये। जो अपनी शानो-शौकत को पूरा करने के लिए प्रेमियों की लाइन खड़ी कर रखी थी। और जब एक से जी भर गया तो दूसरे से उसे मौत के घाट उतरवा दी। इतना ही नहीं दोनो ही हत्याओं में माशूकायें स्वंय खड़ी हो कर आशिक को आशिक के हाथों तडफ़ा-तडफ़ा कर मौत की सजा दिलवा दी। जिनकी लाशें देख कर आम जन तो पुलिस तक के रोंगटे खड़े हो गये। पुलिस ने कातिलों के साथ ही उनकी खूनी प्रेमिकाओं को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के बाद सलाखों के पीछे कर दिया। 

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प्रेमिका ने बुला कर प्रेमियों के साथ गला रेत कर की हत्या

अतरैला थाना क्षेत्र में 15 मई की रात बिहारीलाल मांझी उर्फ बेटू पिता अच्छेलाल 22 वर्ष निवासी बाबा की बगार सितलहा थाना जवा की हत्या का राज पुलिस ने खोल दिया। हत्या की मुख्य किरदार आदिवासी समाज की उसकी 17 वर्षीय प्रे्रमिका रही। जिसका बिहारीलाल मांझी के साथ ही अतरैला थाना क्षेत्र के ग्राम दादर गांव के आदिवासी समाज के तीन और युवकों से अवैध संबंध थे। पुलिस ने हत्या के आरोप में 17 वर्षीय किशोरी सहित गौरव कुमार कोल पिता शिवलाल कोल 19 वर्ष, राहुल कोल पिता मेवालाल कोल 22 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी रामसागर कोल पिता राजनाथ कोल 20 वर्ष फरार है। जिसकी तलास पुलिस द्वारा की जा रही है। पकड़े गये सभी आरोपी दादर गांव के है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हत्या की मुख्य वजह जातिगत थी। मृतक बिहारीलाल उर्फ बेटू मांझी समाज का था और किशोरी सहित उसके अन्य प्रेमी आदिवासी समाज के है। आरोपियों के बीच यह बात निकल कर आई कि मांझी समाज का लड़का आदिवासी समाज की इज्जत से खिलवाड़ कर रहा है। इसी बीच बिहारीलाल अपनी बहन की शादी में गांव आया और दूसरी ओर उसे मौत के घाट उतारने की कहानी बनने लगी। 15 मई को बिहारीलाल से मिलने लड़की अपने गांव बुलाई और अपने प्रेमियों के हाथो शिकार को सौंप दिया। बताया जाता है कि किशोरी सहित उसके प्रेमियों ने ग्राम गंज स्थित स्थानीय नाला में आशिक बिहारीलाल का गला रेत कर हत्या कर दी। गला रेतने के बाद आशिक की पहचान छुपाने के लिए सिर को पत्थर से भी कुचला और शव को ढ़क कर बेखौफ गांव में रह रहे थे। जो पुलिस के हत्थे चढ़ गये। आरोपी रामसागर कोल पुलिस के शिंकजे में फंसने की भनक लगते ही गांव छोड़ कर भाग निकला। 

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आशिक के हत्या की मास्टर माइंड थी गीताजंलि, पहुंचे सलाखों के पीछे 

एडिशनल एसपी अनिल सोनकर एवं शहर एसपी शिवाली चतुर्वेदी ने अमहिया थाना क्षेत्र के अर्जुन नगर में 22 मई की रात वैभव सिंह पिता नागेंद्र सिंह 29 वर्ष निवासी ग्राम चूंद थाना जैतवारा जिला सतना हाल अर्जुन नगर की हत्या का खुलासा कर दिया। हत्या के आरोप में गीतांजलि उर्फ बिट्टू तिवारी पिता राममिलन तिवारी 24 वर्ष निवासी महर्षि स्कूल द्वारिका नगर  के साथ ही राजू सिंह बघेल पिता हीरामणि सिंह 29 वर्ष निवासी पीटीएस चौराहा एंव अजीत कुुमार पटेल पिता स्व. रामनरेश पटेल निवासी चोरगड़ी थाना रायपुर कर्चुलिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस की मानें तो आरोपिया गीतांजलि उर्फ बिट्टू तिवारी गरीब परिवार से होने के साथ ही ऊंचे सपने देखती थी। सपनों को साकार करने के लिए कई युवको से नाता रखती थी। बताया तो यह भी जाता है कि युवती नशे की भी शौक रखती थी।  कातिल राजू सिंह और मृतक वैभव सिंह दोनो ही बचपन के दोस्त थे। और दोनो से ही युवती का प्रेम प्रसंग चलता था। फर्क यह था कि राजू सिंह शादीशुदा था जिसे रास्ते से हटाने के लिए वैभव सिंह ने उसकी पत्नी से गीतांजलि के साथ चल रहे अवैध संबंधो की जानकारी दे दी। जिससे उसकी पत्नी भड़क उठी और घर में विवाद होने लगा। कहा तो यह भी जाता है कि राजू सिंह की पत्नी ने सुसाइड नोट भी लिख दिया था। इस बात की जानकारी जब गीतांजलि को लगी तो वह वैभव सिंह को रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाई और फोन कर मिलने को बुलाया। वही घात लगाये बैठा राजू सिंह अपने साथी और गीताजंलि के साथ मिलकर वैभव सिंह को मौत के घाट उतार दिया। 

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