रीवा. इन दिनों गर्मी अपनी चरम सीमा पर है। नौतपा से पहले ही भीषण गर्मी और लू से लोगों का बुरा हाल है। सोमवार को दोपहर में मौसम का पारा ४४ के पार पहुंच गया और तेज लू के चलते बाजार में सन्नाटा पसर गया। शहर की सड़कों पर इक्के-दुक्के वाहन ही नजर आ रहे थे। तेज तपन के चलते जहां दुकानदारी प्रभावित हुई वहीं गर्मी से बचने के लिए लोग घरों के अंदर कैद हो गए। जिले में रविवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सीयस दर्ज किया गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अब उत्तरोत्तर तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। हालांकि मौसम विभाग का अनुमान है कि जिस गति से तपन बढ़ रही है उससे यह जाहिर होता है कि जिले में आने वाले सप्ताह में आसमान में बादल छाए रहेंगे। बाहरहाल २३ मई से नौतपा भी शुरू हो रहा है। जब अभी से गर्मी का यह हाल है तो नौतपा में क्या हालात रहेगी, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। व्यापारियों ने बताया कि गर्मी एवं लू बढऩे के कारण आज दुकानदारी प्रभावित हुई है।
सुबह से ही चलने लगती हैं गर्म हवाएं
जिले में इन दिनों में तापमान में तेजी से वृद्धि हुई है। प्रात: ९ बजे से ही गर्म हवाएं चलने लगती हैं जिसके कारण लू लगने की आशंका बढ़ गई है। जिले में तापमान लगातार बढ़ रहा है। रात में भी तापमान लगातार अधिक बना रहता है। जिससे कूलर एवं पंखे भी काम नहीं कर रहे हैं। लोग इस समय तेज तपन वाली गर्मी से परेशान हैं।
बदलेगा मौसम का तेवर
मौसम वैज्ञानिकों का माने तो जिले में मौसम का तेवर बदलने के संकेत हैं। उज्जैन में आंधी-तूफान के साथ ओले गिरे हैं जिससे यह अनुमान लगाया गया है कि जल्द ही यहां भी मौसम में परिवर्तन होगा। सोमवार को भी दोपहर में कुछ समय के लिए बादल छा गए थे और धूप गायब हो गई थी, लेकिन इसके बाद तेज लू ने लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया।
घर से निकलते समय धूप व लू से करें बचाव
सीएमएचओ डॉ. केपी गुप्ता ने आमजनों को लू से बचाव की सलाह दी है। ज्यादा समय तक घर पर ही रहें। अतिआवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकले। घर से बाहर निकलते समय पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। खाली पेट घर से बाहर न जायें। सूती कपड़े से चेहरा और सर ढककर रखें तथा पानी साथ में जरूर रखें। साथ ही खरबूज, तरबूज, ककड़ी, खीरा आदि मौसमी फलों का सेवन करें। लू के बचाव के लिए बेल, सौफ, पोदीना, धनिया आदि के शर्बत तथा छांछ का प्रयोग करे। अगर लू के लक्षण जैसे मिचली आने, गला सूखने तथा बुखार का प्रकोप होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करके उचित उपचार करायें।
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