Bangladesh Crisis: शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद बांग्लादेश में अब जो हो रहा वो देखाने लायक नहीं, हर हदें हो रही पार

Tuesday, 6 August 2024

/ by BM Dwivedi

रहिये अपडेट, (न्यूज़ डेस्क )। शेख हसीना के बांग्लादेश से भागने के बाद अब बांग्लादेश में जो हो रहा है उसे देखने, सुनने जानने के लिए आप अपने कानों और आँखों को खोल लीजिये, अपने दिल को संभाल लीजिये और खुले दिमाग से समझने की कोशिश करिए। बांग्लादेश के चरमपंथी आंदोलन को भारत के कुछ बुद्धिहीनजीवी छात्रों की जीत बता रहे हैं, इसे बांग्लादेश की आज़ादी बता रहे हैं। जो लोग भारत में आरक्षण के दायरे को अपने से ज़रा सा भी इधर उधर होते देखना भी नहीं चाहते वो बांग्लादेश की आरक्षण विरोधी उग्रता को सपोर्ट कर रहे हैं. इन तस्वीरों को देखिये ये क्या वही छात्र हैं जो हक़ की लड़ाई लड़ रहे थे ? क्या ये वही लोग हैं जिन्हे बांग्लादेश की युवा शक्ति कहा जा रहा है ? क्या यही लोग सो काल्ड आज़ाद बांग्लादेश के स्वतंत्रता सैनानी हैं ? असल में बांग्लादेश का स्टूडेंट प्रोटेस्ट तभी खत्म हो गया था जब वहां के सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश को पलटते हुए 56 % आरक्षण को घटाकर 7 % पर ला दिया था. लेकिन इस छात्र प्रदर्शन की आढ़ में चीन-पाक समर्थित, भारत विरोधी विपक्ष और बांग्लादेश के कट्टरपंथियों ने इसे वीभत्य बना दिया. क्या प्रोटेस्ट कर रहे स्टूडेंट्स ने आम लोगों को ज़िंदा जलाया ? क्या उन्होंने अपने देश के प्रधान मंत्री आवास में उत्पात मचाया? क्या छात्रों ने बांग्लादेश के हिन्दुओं का कत्लेआम शुरू किया? ये छात्र उन्ही  लोगों के लिए हैं जिन्हे भारत में 'भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वाले अर्बन नक्सल छात्र लगते हैं ' और वही लोग भारत में ऐसे आंदोलन की संभावनाओं को गिना रहे हैं।

अल्पसंख्यक हिन्दुओं की ज़िन्दगी बदतर

बांग्लादेश में अब वो हो रहा है जिसके लिए इतना उत्पात मचाया गया। उस नेता को खदेड़ दिया गया है जो बांग्लादेश को एक इस्लामिक कट्टरपंथी मुल्क बनाने से किसी तरह रोके हुई थी। बांग्लादेश में अब सवा करोड़ अल्पसंख्यक हिन्दुओं जिनमे आधे दलित हैं उनकी ज़िन्दगी जो पहले से ही नरक थी अब बद से भी बदतर हो गई है। भारत के वन साइडेड फैक्ट चेकर ने बांग्लादेश से एक वीडियो जारी किया है जिसमे एक मुस्लिम युवा, लोगों से ये अपील कर रहा है कि बांग्लादेश के मुसलमानों को अब हिन्दुओं की हिफाजत करनी है। इस वीडियो को शेयर कर ये बताने की कोशिश की जा रही है की बांग्लादेश के मुसलमान कितने ईमान वाले हैं। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। भारत के जो लोग अबतक सोचते थे की बांग्लादेश के लोग भारत से इसी लिए प्यार करते हैं क्योंकि भारत ने बांग्लादेश को 1971 में आज़ादी दिलाई थी उनका भरम उसी वक़्त टूट गया जब इन प्रदर्शनकारियों ने अपने राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को ध्वस्त कर दिया। बांग्लादेश में वही हो रहा है जैसा  पाकिस्तान होते देखना चाहता था वही पाकिस्तान जिसने सालो-साल बांग्लादेश को गुलाम बनाए रखा था। बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमले शुरू हो गए हैं। बांग्लादेश में हिन्दुओं को चुन -चुन कर मारा जाने लगा है, हिन्दू लड़कियों को अगवा किया जा रहा है और मंदिरों को तोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। सोशल मीडिया में बांग्लादेशी हिन्दुओं के कई विडिओस सामने आ रहे हैं जो ये बता रहे हैं की कैसे बांग्लादेश में हिन्दू पुरुषों को मारा जा रहा है और महिलाओं को नोचा जा रहा है। लेकिन भारत में अभी भी कुछ ऐसे लोग बैठे हुए हैं जिन्हे ये बांग्लादेश के युवाओं की आजादी का जश्न लग रहा है।

तोड़-फोड़ चोरी लूट-हत्या बदस्तूर जारी
बांग्लादेश में अभी भी तोड़-फोड़ चोरी लूट-हत्या बदस्तूर जारी है। यहाँ की आर्मी खुद प्रदर्शनकारियों का साथ देती हुई दिखाई दे रही है। शेरपुर जेल में कैद 518 कैदी भी भाग निकले हैं आवामी पार्टी के नेता के होटल में आग लगाकर 24 लोगों को ज़िंदा जला दिया गया है। इसी सिलसिले में पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमे अमित शाह, इस जयशंकर सहित राहुल गाँधी और अन्य विपक्षी दल के लोग मौजूद रहे। बैठक में विदेश मंत्री ने बताया की बांग्लादेश में 17 हजार से अधिक भारतीय हैं जिन्हे फ़िलहाल एयरलिफ्ट करने की जरूरत नहीं है। वहीं शेख हसीना फ़िलहाल भारत में ही हैं और उन्होंने अपने भविष्य की योजनाओं को लेकर कोई बात नहीं बताई है।इधर बांग्लादेश में नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार के एडवाइजर बने हैं जिनका कहना है कि शेख हसीना के इस्तीफे से बांग्लादेश आजाद हो गया है। अब ये खुद मोहम्मद यूनुस जानें की आर्मी की बनाई सरकार को आज़ादी कहा जाए या फिर गुलामी। दुनिया में कई देश हैं जहां आर्मी ही सरकार है और वहां लोग कितना आज़ाद है ये दुनिया जानती है। वहीं भारत में बांग्लादेश से जुड़े बॉर्डर्स पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।लेकिन सवाल बांग्लादेशी हिन्दुओं का है जिसे लेकर भारत सरकार ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। मगर पश्चिम बंगाल के LOP शुभेंदु अधिकारी ने कहा है की - अगले कुछ दिनों में बांग्लादेश में धार्मिक रूप से प्रताड़ित हिन्दुओं का भारत में पलायन होने वाला है और इसके लिए पश्चिम बंगाल सरकार को तैयार हो जाना चाहिए और केंद्र सरकार को CAA के तहत उन्हें भारत में शरण दी जानी चाहिए. ऐसा कहा जा रहा है कि बांग्लादेश में तख्तापलट छात्रों के आंदोलन से नहीं बल्कि विदेशी ताकतों से हुआ है। जिसमे चीन और पाकिस्तान सहित इस्लामिक आतंकी संगठनों की भूमिका है। बहरहाल इस मामले में जल्द भारत सरकार कोई बड़ा फैसला लेने की तैयारी में है।

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