रीवा। शहर में इनदिनों नापतौल विभाग द्वारा कांटों का सत्यापन किए जाने का कार्य चल रहा है। जिस पर व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि मनमानी रूप से शुल्क लिया जा रहा है। इस बात को लेकर व्यापारियों की ओर से गुरुवार को हंगामा भी किया गया और कहा गया कि इस तरह से मनमानी फीस वह नहीं जमा करेंगे। शहर के अमहिया गल्ला मंडी के पास काफी देर तक विभाग के कर्मचारियों और उनके द्वारा नियुक्त किए गए सत्यापनकर्ताओं के विरुद्ध प्रदर्शन भी किया गया। इस दौरान व्यवसाई सिकंदर खान ने कहा कि नापतौल विभाग के अधिकारियों ने कुछ लोगों को ठेके पर काम दे रखा है जो मनमानी रूप से शुल्क वसूल रहे हैं।
सत्यापन और नई सील लगाने के बदले दो सौ रुपए लिए जा रहे हैं वह तो वह ठीक है लेकिन अतिरिक्त राशि की वसूली की जा रही है। हर दुकानदार से छह से सात सौ रुपए अतिरिक्त लिए जा रहे हैं। प्राइवेट लोगों को वसूली के लिए लगा रखा है अधिकारी नहीं आते। कांटा खराब होने की स्थिति में संपर्क करने पर मनमानी चार्ज लिया जाता है उसकी कोई रसीद नहीं दी जाती है। इसी तरह दूसरे कई व्यापारियों ने भी कहा कि पारदर्शी व्यवस्था होनी चाहिए, जो शुल्क लिया जाए उसकी रसीद दी जानी चाहिए। इस मामले में तौल कांटों का सत्यापन करने पहुंचे राजेश तिवारी ने बताया कि वह नापतौल विभाग की ओर से सुधारक के रूप में काम करते हैं। इलेक्ट्रानिक काटों का अलग-अलग शुल्क है। उसी के आधार पर लिया जा रहा है। यदि किसी को आपत्ति है तो वह विभाग के अधिकारियों के पास शिकायत कर सकते हैं।
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