रीवा. नगर निगम अंतर्गत बोदाबाग स्थित विभीषण नगर में सुरेश प्रसाद पांडे के संयोजन में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के दौरान आयोजित रूक्मणी मंगल महोत्सव में श्रोता भाव-विभोर हो गए। कथा व्यास पंडित बाला वेंकटेश शास्त्री ने इस दौरान एकादशी महात्म्य का वर्णन करते हुए बताया कि हर मानव को एकादशी का व्रत सच्ची निष्ठा से करना चाहिए। एकादशी का व्रत करने वाले मानव कभी भी नरक में नहीं जाना पड़ता है।
शास्त्री ने भगवान की रासलीला का वर्णन करते हुए बताएं कि श्रीमद् भागवत महापुराण में रास पंचाध्यायी का वर्णन है। रास पंचाध्यायी के रूप में भागवत में पांच प्राण समाहित है। जो भी मानव रास पंचाध्यायी का नित्य पाठ करता है, उसे भगवान का साक्षात्कार होता है। शास्त्री ने भगवान की अम्बिका वन यात्रा, सरस्वती नदी के तट पर विश्राम, कंस वध, देवताओं के द्वारा पुष वर्षा के प्रसंग पर प्रकाश डालते हुए अंत में रुक्मणी मंगल के पावन प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया। साथ ही झांकी के माध्यम से रुक्मणी विवाह मंगल महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से अमित पांडे, वंदना पांडे, अलखमुनि तिवारी, दिवाकर मिश्रा सहित सैकड़ों भक्तगण मौजूद रहे।

No comments
Post a Comment