मध्यप्रदेश के रीवा जिले में एक और सरकारी कर्मचारी के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। अभी दो दिन पहले ही सीईओ पर जानलेवा हमला कर कचरे में फेंकने की घटना हुई है। अब बिजली कंपनी के कर्मचारियों के साथ मारपीट हुई है। शिकायत के बाद ट्रांसफार्मर लगाने पहुंचे बिजली कंपनी के सहायक यंत्री को कमरे में बंधक बनाकर जमकर मारपीट की गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पीडि़त को मुक्त कराया गया। बताया गया कि सहायक यंत्री गगनेश अकौडिया अपने स्टाफ के साथ चिल्ला में ट्रांस्फार्मर लगवाने गए थे। इसी बीच गांव का अरुण गौतम अपने साथियों के साथ वहां पर पहुंच गए। और ट्रांसफार्मर को दूसरी जगह लगवाने का दबाव डालने लगा। कर्मचारियों ने मना किया तो विवाद करते हुए अभद्रता करने लगा। सहायक यंत्री के साथ ही परिचालक वीरभद्र ङ्क्षसह, हेल्फर विनोद, शशांक रस्तोगी, मिलन मांझी, दीपक के साथ आरोपी ने मारपीट की। इतने पर भी जी नहीं भरा तो आरोपी सहायक यंत्री को जबरन पकड़कर घर के अंदर ले गए और बंधक बनाकर पीटा। बाहर मौजूद कर्मचारियों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और पीडि़त को मुक्त करवाया। पुलिस ने आरोपी अरुण गौतम को गिरफ्तार कर अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
घटना के बाद बड़ी संख्या में कर्मचारी चाकघाट थाने पहुंचे और विरोध दर्ज कराया। घटना के विरोध में कर्मचारियों ने त्योंथर, चाकघाट, रायपुर सोनौरी सहित अन्य स्थानों की विद्युत सप्लाई बंद कर दी थी जिससे लगभग ५० गांव अंधेरे में डूब गए थे। हालांकि देर रात विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी।
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