62 वर्ष की आयु में पड़ा दिल का दौरा, झुनझुनवाला लंबे समय से चल रहे थे बीमार
भारत के दिग्जन निवेशक राकेश झुनझुनवाला का रविवार की सुबह निधन हो गया। बताया गया है कि वो लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। रविवाद को उन्हें दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई। झुनझुनवाला ६२ वर्ष के थे। कुछ दिनों पहले ही उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था। वो मुंबई में ही रहते थे, वहीं उन्होने अंतिम सांस ली। झुनझुनवाला के निध पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित कई बड़ी हस्तियों से शोक जताया है। झुनझुनवाला को आखिरी बार आकासा एयर के उद्घाटन समारोह में सार्वजनिक तौर पर दिखे थे। राकेश झुनझुनवाला अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं। भारत के वारेन बफे कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला का जन्म राजस्थान में हुआ था। 5 जुलाई, 1960 को जन्मे झुनझुनवाला की परवरिस मुंबई में हुई। मुंबई में उनके पिता आयकर आयुक्त थे। यहां पर उन्होंने साइडेन्हेम कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की। उसके बाद आईसीएआई में नामांकन कराया।
भारत के 36वें सबसे अमीर व्यक्ति थे
फोब्र्स की 2021 की सूची के अनुसार, वह भारत के 36वें सबसे अमीर व्यक्ति थे। उनकी नेटवर्थ 5.8 अरब डॉलर है। उनकी तुलना वारेन बफे से की जाती थी। उन्हें भारतीय बाजारों का 'बिग बुल' भी कहा जाता था। झुनझुनवाला मुख्यरूप से चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) थ। उन्होंने पूजी निवेश की शुरुआत उन्होंने 1986 में की थी। सबसे पहले उन्होंने टाटा टी के 5,000 शेयर 43 रुपये के भाव पर खरीदे और तीन माह में यह शेयर 143 रुपये पर पहुंच गया। यह उनका पहला बड़ा मुनाफा था।
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