वैसे तो कुमार विश्वास अपने बयानों के चलते अक्सर ही सुर्खियों में बने रहते हैं। कुमार विश्वास एक बार फिर से बड़े विवाद में फंस गए। उज्जैन में कालिदास अकादमी परिसर में विक्रमोत्सव में राम कथा के दौरान उन्होंने आरएसएस को लेकर कुछ ऐसा कह दिया कि बखेड़ा खड़ा हो गया। विवाद बढ़ता देख कुमार विश्वास को सफाई देते हुये माफी मांगनी पड़ गई। दरअसल रामकथा के दौरान उन्होंने आरएसएस को अनपढ़ और वामपंथियों को कुपढ़ कह दिया था। इस टिप्पणी पर बीजेपी भड़क गई और मध्य प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता राजपाल सिसोदिया ने कहा कि 'राम कथा करने आए हो तो कथा करो, किसी को प्रमाण पत्र मत बांटो श्रीमान'। बतादें कि उज्जैन में कालिदास अकादमी परिसर में विक्रमोत्सव मनाया जा रहा है। जिसमें कुमार विश्वास की राम कथा का आयोजन किया गया है। कथा का आयोजन 21 से 23 फरवरी तक किया गया है। राम कथा के लिये अंरराष्ट्रीय कवि कुमार विश्वास मंगलवार को उज्जैन पहुंचे।
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कुमार विश्वास ने दी सफाई
कथा के दौरान आरएसएस को लेकर कुमार विश्वास द्वारा की गई टिप्पणी उनके गले का फांस बन गई है। विवाद बढ़ते देख कुमार विश्वास ने एक वीडियो जारी करते हुये पूरे मामले पर सफाई दी और अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद उज्जैनी में शिप्रा के तट पर बाबा महाकाल की कृपा से दो घंटे से अधिक समय तक रामकथा कह सका। कथा के दौरान मेरे ऑफिस में काम करने वाले एक बालक पर मैंने टिप्पणी की। संयोग से वह बालक आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता है। वो पढऩे-लिखने में कम है और बोलता ज्यादा है। मैंने उससे कहा कि पढ़ा-लिखा करो। वामपंथी कुपढ़ है और तुम अनपढ़ हो। बात सिर्फ इतनी ही थी, लेकिन कुछ विघ्नसंतोषियों ने इसे बढ़ा-चढ़ा कर फैला दी।
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