पिट्ठू बैग में गांजे का पैकेट भर कर रायपुर छग से ट्रेन में सवार आते थे रीवा-सतना
मध्यप्रदेश के रीवा जिले में शुक्रवार की शाम पुलिस कंट्रोल रूम में समान थाना पुलिस ने गांजा तस्करों को लेकर खुलासा किया। बताया कि 33 किलो 100 ग्राम गांजा बरामद किया। जिसकी कीमत लगभग साढ़े तीन लाख रूपये है। तस्करों को पकडऩे में समान पुलिस साइबर टीम के उप निरीक्षक गौरव मिश्रा एवं मृगेंद्र सिंह बघेल की बैशाखी से सफलता अर्जित की। मजे की बात यह रही कि पुलिस के हाथ ऐसा तस्कर लगा जिसकी तलास कई वर्षो से मऊगंज पुलिस को गांजा तस्करी के आरोप में रही।इसे भी देखें : एटीएम बूथ में फ्राड करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का खुलासा, बिहार से आकर करते थे वारदात, जानिए पूरा मामला
गिरोह के चारों सदस्यों को दबोचा
पुलिस ने बताया कि गांजे की खेप के साथ तस्कर सुनील मिश्रा पिता स्व. राजबहोर 25 वर्ष, मृगेंद्र पांडेय पिता नारेंद्र प्रसाद पांडेय 23 वर्ष एवं रावेंद्र मिश्रा पिता स्व. छोटेलाल मिश्रा 32 वर्ष तीनो निवासी ग्राम मिसिरगांव थाना मऊगंज के साथ ही मऊगंज थाना के वांटेड संजय तिवारी पिता यज्ञनारायण तिवारी 29 वर्ष निवासी पहाड़ी निरपत सिंह थाना मऊगंज हत्थे लग गया। बताया कि गिरोह पिट्ठू बैग में गांजे का पैकेट भर कर रायपुर छग से ट्रेन में सवार होकर सतना पहुंचे। और सतना से बस द्वारा रीवा स्थित नये बस स्टैंड पहुंचे। हनुमना बस का इंतजार ही कर रहे थे कि पुलिस टीम ने गिरोह के चारों सदस्यों को धर दबोचा।
तस्करी में संजय के भाई की हो चुकी है हत्या
बताते चले कि संजय तिवारी पुराना गांजा तस्कर है। तेज और मुसीबतों में गांजा सहित वाहन को निकालने में मजा खिलाड़ी माना जाता है। सफल ड्राईविंग की वजह से संजय तिवारी कभी सुभाष सिंह, बबलू कुशवाहा के गिरोह में काम करता था। लेकिन किसी बातों को लेकर आपस में टशन हो गई और संजय तिवारी ने सुभाष सिंह गिरोह से दूरी बना ली। हालात इस कदर हो गये कि सुभाष सिंह अपने गिरोह के साथ संजय को मारने उसके गांव जा पहुंचा। मारपीट में बीच बचाव में आये उसके बड़े भाई अजय तिवारी की निर्मम हत्या कर दी गई थी। जिसमें पुलिस के हाथ अभी तक केवल बबलू कुशवाहा हाथ लगा है, वह भी सतना पुलिस ने दबोचा था।
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