रहिये अपडेट, भोपाल। राजधानी भोपाल के चौक बाजार में सर्राफा दुकान चलाने वाले दो भाइयों ने भोपाल के 200 से ज्यादा लोगों से करोड़ों का चूना लगा दिया। दोनों भाइयों ने सोने-चांदी के जेवर बनाकर देने की स्कीम बता कर इन लोग से इसमें रुपए जमा कर रहे थे और फिर रुपए लेकर फरार हो गए। कई दिन से स्कीम में पैसा लगाने वाले लोग दुकान के चक्कर काट रहे थे, लेकिन दोनों भाई अंकित व प्रतीक रस्तोगी का कुछ पता नहीं चल रहा था। आरोपियों के पिता दिवाकर रस्तोगी के साथ विवाद और दुकान में तोड़फोड़ की घटना के बाद कोतवाली पुलिस तक मामला पहुंचा। पुलिस ने शुक्रवार को अंकित रस्तोगी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि प्रतीक की तलाश की जा रही है।
दोनों भाइयों को महंगे शौक
जानकारी के मुताबिक अंकित और प्रतीक के पिता दिवाकर रस्तोगी ने पुलिस को बताया कि, 2008 में उन्होंने दुकान किराये पर ली थी। उन्होंने बेटों को काम सिखाया। लेकिन कुछ दिनों से उनकी गतिविधियां संदिग्ध लग रही थीं। पूछा तो बताया कि, करोड़ों का कर्ज हो गया है। वे दोनों कुछ दिनों से पंचवटी कॉलोनी में किराए पर रह रहे थे। वहीँ चौक बाजार के अन्य व्यापारियों के मुताबिक अंकित-प्रतीक दोनों भाइयों को महंगे शौक हैं। सभी अंगुलियों में सोने की अंगूठी और सोने की मोटी चेन गले में पहनते थे और महंगी लग्जरी कार से चलने लगे थे। लूट का शिकार हुए 63 लोगों ने कोतवाली थाने में शिकायत की है।
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