रहिये अपडेट, रीवा। जिले के शिक्षा विभाग में अफसरशाही इस कदर हावी है कि, कब कौन सा आदेश जारी हो जाए इसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता। अनियमितताओं का पर्याय बन चुका जिला शिक्षा केंद्र रीवा में हाल ही में एक ऐसा मामला संज्ञान में आया है, जिसमें विज्ञान विषय के अतिशेष शिक्षक को दूसरे जिले में स्थानांतरित होने से बचने के लिए नियम विरुद्ध तरीके से जनपद शिक्षा केंद्र रीवा में बीएसी के पद पर प्रतिनियुक्ति किया गया है। मामले की पड़ताल करने पर यह पता चला है, कि जिला शिक्षा केंद्र रीवा द्वारा दिनांक 04 अक्टूबर को जारी आदेश में बृजेश कुमार द्विवेदी माध्यमिक शिक्षक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जोडौरी विकासखंड गंगेव को जनपद शिक्षा केंद्र रीवा में बीएसी रिक्त पद के विरुद्ध प्रतिनियुक्ति की गई है। यह भी ज्ञात हुआ कि संबंधित शिक्षक का नाम विज्ञान विषय माध्यमिक शिक्षक अतिशेष की सूची में शामिल है। अभी हाल ही में हुई अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग में रीवा जिले में कहीं भी विज्ञान विषय के लिये पद रिक्त नहीं है, ऐसे में संबंधित शिक्षक का स्थानांतरण रीवा जिले के बाहर संभाग के अन्य जिलों में होना तय था। अत: संबंधित व्यक्ति ने अपने राजनीतिक रसूख के चलते बाबुओं और अधिकारियों से साठगांठ कर अपनी प्रतिनियुक्ति बीएसी पद पर करवा ली, जबकि राज्य शिक्षा केंद्र के आदेश क्रमांक 7077 दिनांक 14/10/19 तथा 6048 दिनांक 17/08/23 में स्पष्ट निर्देश है कि, काउंसलिंग प्रक्रिया के पश्चात ही जिला शिक्षा केंद्र में बीएसी अथवा सीएसी की प्रतिनियुक्ति की जा सकती है। इसके बावजूद अधिकारियों ने राज्य शिक्षा केंद्र के आदेश को दरकिनार कर बिना काउंसलिंग के ही बृजेश कुमार द्विवेदी को बीएसी पद पर प्रतिनियुक्ति प्रदान की गई। अब यह समझ से परे है कि संबंधित शिक्षक की प्रतिनियुक्ति बीएसी के पद पर राज्य शिक्षा केंद्र के किस नियम के तहत की गई है। अब सवाल यह उठता है, कि जिले के उन सैकड़ों महिला शिक्षकों ने क्या बिगाड़ा था, जिन्हें अतिशेष के चलते सैकडों किलोमीटर दूर जिले से बाहर अपने परिवार को छोड़कर जाना पड़ रहा है। क्या विभाग उन्हें भी जिले में प्रतिनियुक्ति देकर उनकी समस्या का निदान करेगा।
पहले भी हुई आदेश की अवहेलना
ऐसा पहली बार नहीं है, जब जिला शिक्षा केंद्र से जारी आदेश में राज शिक्षा केंद्र के निर्देशों को दरकिनार किया गया हो, अभी कुछ ही दिनों पूर्व मऊगंज जिले के हनुमान में भी बीएसी की प्रति नियुक्ति राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देशों के विपरीत की गई थी। शिक्षा विभाग में बाबूराज इस कदर हावी है, कि इनके सामने अधिकारी भी बौने साबित हो जाते हैं। ऐसी ही अनियमितताओं के चलते कुछ दिनों पूर्व जिला शिक्षा केन्द्र के एक बाबू को निलंबित किया गया था, जो पुन: वापस आ गया है।
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