रीवा. शिवधाम देवतालाब के श्रृंगेश्वर नाथ धाम में आयोजित श्रीराम कथा महोत्सव में कथा व्यास मां शारदा शक्ति पीठाधीश्वरी महामंडलेश्वर साध्वी अन्नपूर्णा माता ने कहा कि देवों के देव महादेव अमंगल को भी मंगल करने वाले हैं। उन्होंने सती मोह और शिव पार्वती विवाह के प्रसंग को सरस ढंग से भक्तों को रसपान कराया गया।
उन्होंने समाज को नशामुक्त करने के लिए और लोगों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरणात्मक व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि हम मनुष्य विचारशील हैं, हम विवेकी हैं। सभी समस्याओं का एक ही हल है सत्संग और कथा श्रवण करना। जब तक हम ठीक से सत्य को नहीं सुनेंगे तब तक अज्ञान रूपी अंधकार से दूर नहीं जा सकते। जिसको ठीक दिशा मिल जाती है, उसके जीवन को ठीक दशा मिल जाती है। शिव पार्वती विवाह में नारद की भूमिका के बारे में माता अन्नपूर्णा ने कहा कि देवर्षि नारद भगवान के मन हैं। जब भगवान के मन में कोई विचार जगता है, तब उस विचार को फलीभूत करने के लिए भगवान नारद जी को माध्यम बनाते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान महादेव ईशान हैं, अघोर हैं, देवसाक्षी, कर्म साक्षी, युग साक्षी और ईश साक्षी हैं। कहा कि जिस प्रकार प्रयाग में महाकुंभ के पर्व में लोग गंगा में डुबकी लगा रहे हैं उसी प्रकार डॉ. एसएस तिवारी के भगीरथ प्रयास से देवतालाब के शिव धाम में अनवरत राम कथा गंगा में लोगों को रसपान करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। इस अवसर पर कथा आयोजक डॉ. एसएस तिवारी, पूर्व सांसद देवराज सिंह पटेल, कवि रामलखन सिंह महगना, प्रो. विमल पांडेय, आनंद शास्त्री, दीप द्विवेदी, रामलल्लू शर्मा, महेंद्र दुबे, शिवपूजन शुक्ला, मिहिर पांडे, मनीष अवस्थी, डॉ. दिनेश तिवारी सहित सैकड़ों भक्तों की उपस्थिति रही।
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