रीवा के गांधी स्मृति चिकित्सालय के गायनी विभाग में प्रसव के बाद महिलाओं ने अपनी याददाश्त खो दी है, वे अपने परिवार के सदस्यों तक को नहीं पहचान पा रही हैं। इस मामले से चिकित्सक भी हैरान है। घटना से अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है। महिलाओं का चिकित्सकों की देखरेख में गहन चिकित्सा इकाई में उपचार चल रहा है, वहीं महिलाओं की हालत में सुधार नहीं होने से परिजन भी परेशान है। जबकि अस्पताल प्रबंधन इस मामले को लेकर अब तक किसी भी निर्णय में नहीं पहुंचा है। बता दें कि रीवा के गांधी स्मृति चिकित्सालय के गायनी विभाग में गुरुवार को पांच महिलाओं का सिजेरियन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उनको नॉर्मल वर्ड में शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन प्रसूताओं को होश ही नहीं आया। काफी देर तक जब महिलाएं बेहोश रही तो परिजनों की चिंता बढ़ने लगी। कुछ समय बाद महिलाओं को होश आया लेकिन वे अपने परिजनों को नहीं पहचान रही थी और अजीबोगरीब हरकतें कर रही थीं। यह देखकर परिजन घबरा गए और आनन फानन में अस्पताल में स्टाफ को इसकी जानकारी दी।
खबर लगते ही पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया और अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर राहुल मिश्रा सहित अन्य चिकित्सकों ने वर्ड में पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली। जिस पर उक्त महिलाओं को समुचित उपचार के उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। दो महिलाओं की हालत काफी ज्यादा खराब होने पर उन्हें संजय गांधी अस्पताल के गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया है। इधर अस्पताल प्रबंधन का मानना है कि यह असर एनेस्थीसिया दवा के रिएक्शन का हो सकता है। अधीक्षक ने तो बताया कि कभी-कभी किसी का शरीर ज्यादा क्षमता का होता है तो किसी का कम, उन्होंने कहा कि ज्यादा चिंता की बात नहीं है जिस लॉट की दबाव का उपयोग किया गया था उसके उपयोग को बंद कर दिया गया है और जांच कराई जा रही है।
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