रीवा। मऊगंज जिले के गड़रा गांव में हुई हिंसक घटना में दो लोगों की मौत के बाद विभिन्न संगठनों ने 18 मार्च को रीवा बंद का आह्वान किया है। इस पर प्रशासन की अनुमति नहीं है। बंद का आह्वान करने वाले लोगों के साथ प्रशासन की बैठक कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई। जहां पर एडीएम सपना त्रिपाठी, एडिशनल एसपी अनिल सोनकर, एसडीएम वैशाली जैन, तहसीलदार शिवशंकर शुक्ला सहित अन्य अधिकारियों ने संगठनों के प्रतिनिधियों को किसी तरह से सामान्य दिनचर्या बाधित नहीं करने के लिए कहा है। संगठनों की ओर से बृजेन्द्र कुमार माला ने कहा कि मऊगंज में जिस तरह से हिंसक घटना हुई है, उसका विरोध नहीं हुआ तो आने वाले समय में वर्ग संघर्ष की स्थिति बनेगी। पुलिस के अधिकारी की भी मौत हुई है। इससे आम जनमानस खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। बंद के लिए किसी पर दबाव नहीं बनाया जाएगा बल्कि आह्वान किया गया है, जिसका लोगों ने खुद समर्थन किया है। सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने यह भी कहा है कि इस बंद में मेडिकल और परिवहन सहित अन्य अत्यावश्यक सेवाएं पूरी तरह से बहाल रहेंगी। प्रशासन ने यह भी कहा है कि जबरिया दुकानें बंद कराए जाने की स्थिति में कार्रवाई भी होगी। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों को नजरबंद करने की भी तैयारी में पुलिस है। रीवा बंद का आह्वान करने वाले संगठनों के प्रतिनिधियों की शहर के सिरमौर चौराहा स्थित अटल पार्क में बैठक आयोजित की गई। जहां पर तय किया गया है कि सुबह दस बजे से सभी कालेज चौराहे के पास विवेकानंद पार्क में एकत्र होंगे। जहां से रैली के जरिए मानसभवन, शिल्पी प्लाजा होते हुए कमिश्नरी में संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
कई संगठनों ने किया है आह्वान
रीवा बंद का कई संगठनों ने आह्वान किया है। जिसमें अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा, अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज, रायल राजपूत संगठन, सपाक्स पार्टी, करणी सेना, क्षत्रिय महासभा, विप्र संगठन सहित अन्य कई संगठनों के साथ व्यक्तिगत तौर पर कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी रीवा बंद का आह्वान किया है।
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