रीवा। शहर के जेलमार्ग स्थित सिटी हॉस्पिटल में भर्ती एक महिला मरीज की मौत के बाद हंगामा हो गया। मृतका संगीता चतुर्वेदी, बिछिया थाना क्षेत्र के गड्डी रोड की निवासी थीं, जिनका बच्चेदानी का ऑपरेशन डॉक्टर मुक्ता शर्मा द्वारा किया गया था। ऑपरेशन के बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
महिला की मौत के बाद परिजनों ने सिटी हॉस्पिटल के प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उनका कहना था कि ऑपरेशन के दौरान शुगर और बीपी की जांच नहीं की गई, जिसके कारण उनकी हालत बिगड़ी। परिजनों ने यह भी दावा किया कि अस्पताल ने घटना के बाद फाइल और दस्तावेज छिपाने की कोशिश की, जिसका वीडियो उनके पास सबूत के रूप में है। उन्होंने सवाल उठाया कि छोटे बच्चों के साथ मृतका का परिवार अब क्या करेगा।हालांकि, डॉक्टर प्रियंक शर्मा ने सफाई देते हुए बताया कि संगीता पहले से हार्ट पेशेंट थीं और उन्हें 20 साल से डायबिटीज व हाई बीपी की समस्या थी। ऑपरेशन से पहले उनकी एंजियोग्राफी हुई थी और कार्डियक फिटनेस के बाद ही सर्जरी की गई थी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दो दिन तक मरीज की हालत स्थिर थी, लेकिन कल रात अचानक हार्ट अटैक के कारण उनकी मौत हुई। सुबह 6 बजे परिजनों ने मरीज को रिस्पॉन्स न करने पर सूचित किया, जिसके बाद तुरंत कार्डियोलॉजिस्ट को बुलाया गया और सुपर स्पेशलिटी के लिए रेफर किया गया।डॉक्टर के मुताबिक, मरीज के परिजनों को पहले से ही जोखिम के बारे में बताया गया था और सुपर स्पेशलिटी में इलाज के दौरान उनकी मौत हुई। परिजनों का मुख्य मुद्दा एडवांस पैसे की वापसी था, जिसे हल कर लिया गया। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के चिकित्सकों ने भी हार्ट अटैक को मौत का कारण माना, जिसके बाद परिजन शव लेकर चले गए। हालांकि, कुछ लोग अब भी इलाज में लापरवाही के सवाल उठा रहे हैं।
No comments
Post a Comment