रीवा: जिला रीवा के सिरमौर थाना क्षेत्र में जबलपुर पुलिस द्वारा चोरी के एक मामले में पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को बुलाए जाने के बाद ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर विरोध जताया। इस मामले में स्थानीय निवासी विष्णुकांत कुशवाहा ने आरोप लगाया कि जबलपुर पुलिस ने सिरमौर निवासी मनीष कुशवाहा को चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया था, जिसने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने चोरी का कुछ सामान विष्णुकांत को बेचा था। विष्णुकांत ने इसे पुरानी रंजिश के तहत झूठा आरोप बताते हुए कहा कि उनके पास अपनी निर्दोषता साबित करने के लिए पूरे साक्ष्य मौजूद हैं।
मौके पर पहुंचे एसडीओपी सिरमौर उमेश प्रजापति ने ग्रामीणों को समझाइश देकर स्थिति को शांत कराया। विष्णुकांत, जो बिरसा मुंडा विचार मंच के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं, ने दावा किया कि सिरमौर पुलिस ने मनीष के बयान को आधार बनाकर उन्हें फंसाने की कोशिश की और एक पुलिस आरक्षक द्वारा उनसे पैसे की मांग भी की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस गरीबों और शरीफ लोगों को परेशान करती है, जबकि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में ढिलाई बरतती है।
विष्णुकांत ने बताया कि उन्होंने अपनी सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर लोकेशन जैसे साक्ष्य जबलपुर पुलिस को भेजे, लेकिन उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने पुलिस पर निष्पक्ष जांच न करने का भी आरोप लगाया। इस संबंध में थाना प्रभारी ने कहा कि विष्णुकांत द्वारा दिए गए आवेदन को जांच के लिए संबंधित थाने को भेजा जाएगा। यदि सिरमौर थाने के खिलाफ कोई शिकायत होगी, तो उसकी भी जांच की जाएगी। उन्होंने विष्णुकांत को सलाह दी कि वे अपने साक्ष्य लेकर जबलपुर पुलिस के सामने प्रस्तुत करें, ताकि जांच में उनका नाम स्पष्ट हो सके।इस मामले में पुलिस ने कहा कि यदि विष्णुकांत को लगता है कि जांच निष्पक्ष नहीं हो रही, तो वे वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत कर सकते हैं। यह मामला गोशलपुर थाना, जबलपुर से संबंधित है, और जांच का विषय है।
विष्णुकांत ने बताया कि उन्होंने अपनी सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर लोकेशन जैसे साक्ष्य जबलपुर पुलिस को भेजे, लेकिन उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने पुलिस पर निष्पक्ष जांच न करने का भी आरोप लगाया। इस संबंध में थाना प्रभारी ने कहा कि विष्णुकांत द्वारा दिए गए आवेदन को जांच के लिए संबंधित थाने को भेजा जाएगा। यदि सिरमौर थाने के खिलाफ कोई शिकायत होगी, तो उसकी भी जांच की जाएगी। उन्होंने विष्णुकांत को सलाह दी कि वे अपने साक्ष्य लेकर जबलपुर पुलिस के सामने प्रस्तुत करें, ताकि जांच में उनका नाम स्पष्ट हो सके।इस मामले में पुलिस ने कहा कि यदि विष्णुकांत को लगता है कि जांच निष्पक्ष नहीं हो रही, तो वे वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत कर सकते हैं। यह मामला गोशलपुर थाना, जबलपुर से संबंधित है, और जांच का विषय है।
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