भोपाल: मध्यप्रदेश में सर्दी ने अपना पूरा रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। सोमवार सुबह घने कोहरे की मोटी चादर ने कई शहरों को लपेट लिया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सबसे ज्यादा असर दतिया और रीवा में देखा गया, जहां विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई। लोग घर से निकले तो आगे कुछ दिखाई ही नहीं दिया, जिससे सड़कों पर वाहन चलाना बेहद जोखिम भरा हो गया। कई जगह दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया, जबकि रेल सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुईं।
ग्वालियर, जबलपुर, खजुराहो और सतना में विजिबिलिटी 50 से 200 मीटर के बीच रही। कोहरे का असर भोपाल, इंदौर समेत अन्य शहरों में भी पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण यह स्थिति बनी है और आने वाले दिनों में कोहरा व ठंड का दौर जारी रह सकता है।
ठंड का रिकॉर्ड टूटा: पचमढ़ी सबसे ठंडाठंड ने भी नया रंग दिखाया। प्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। अन्य ठंडे स्थानों में रीवा 5.6°C, राजगढ़ और खजुराहो 7°C, मलाजखंड 7.4°C, बैतूल 7.5°C और नौगांव 7.6°C रहा।
ठंड का रिकॉर्ड टूटा: पचमढ़ी सबसे ठंडाठंड ने भी नया रंग दिखाया। प्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। अन्य ठंडे स्थानों में रीवा 5.6°C, राजगढ़ और खजुराहो 7°C, मलाजखंड 7.4°C, बैतूल 7.5°C और नौगांव 7.6°C रहा।
मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। वाहन चालकों से फॉग लाइट्स का इस्तेमाल करने और धीमी गति से ड्राइव करने को कहा गया है। ट्रेन यात्रियों को देरी की संभावना को ध्यान में रखने की अपील की गई है। आने वाले दिनों में ठंड और कोहरे से राहत की कोई उम्मीद नहीं है।

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