मोबाइल का उपयोग बच्चों के लिए बन रहा घातक
मध्यप्रदेश के छतरपुर में एक बहुत ही दुखद घटना घटी है। यहां एक छात्र ने महज इसलिए खुदकुशी कर ली क्योंकि वह ऑनलाइन गेमिंग में रुपए हार गया था। उसके इस कदम से परिजनों का बुरा हाल है। छतरपुर के गुलगंज थाना इलाके के अनगौर गांव का 15 वर्षीय ऋषि बिंदुआ दसवीं कक्षा में था। माता-पिता ने पढ़ाई के लिए उसे कोरोना काल के दौरान जब स्कूलें बंद हो गईं थी तो मोबाइल दिया था। मोबाइल में पढ़ाई करते-करते उसे ऑनलाइन गेम की लत लग गई और वह उसमें फंसता ही चला गया। गेम में रुपए जीतने के चक्कर में बच्चे ने पिता के मोबाइल से ऑनलाइन ट्रांजिक्शन कर गेम में रुपए लगा दिए। लेकिन वह गेम की हर चाल में रुपए हारता गया और धीरे-धीरे उसने तीन हजार रुपए गंवा दिए। जिसके बाद बच्चा हताश हो गया और शायद परिजनों की डांट से बचने के लिए यह कदम उठा लिया। मंगलवार की रात उसने परिवार के साथ खाना खाया और सोने चला गया। सुबह 5 बजे बच्चे ने अपने कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।सुबह जब बच्चा नहीं उठ तो परिजन उसके कमरे में गए तो देख कर हैरान रह गए। बच्चे का शव फंदे पर लटक रहा था। जिसे जल्दी की जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर ने जांच के पश्चात उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इस घटना से पूरे इलाके में मातम है। परिजन इस घटना से दुखी हैं और अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। क्यों कि हर घर में बच्चे मोबाइल का उपयोग करते हैं।
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