नीतीश कुमार ने एनडीए से गठबंधन तोड़ा
बिहार में एक बार फिर सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है, लेकिन इस बार सत्ता में सिर्फ सहयोगी दल बदले हैं। सत्ता का मुखिया पहले वाला ही रहेगा यानी कि नीतीश कुमार। जी हां! नीतीश कुमार ने भाजपा समर्थित एनडीए का साथ छोड़कर महागठबंधन से नाता जोड़ लिया है। नीतीश कुमार अब तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं। मंगलवार को नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन तोड़ते हुए बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा भी सौंप दिया।भाजपा ने कहा-जनता के साथ धोखा
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश राबड़ी देवी के घर गए। यहां से तेजस्वी यादव और कांग्रेस के भक्तचरण दास के साथ सीएम हाउस गए। जहां पर बैठक में महागठबंधन ने नीतीश को अपना नेता चुन लिया। नीतिश के इस कदम को भाजपा ने जनता के साथ धोखा बताया है, वहीं लोजपा ने कहा कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए।
इस बार 163 विधायकों का साथ
नितीश बिहार में आठवीं बार सरकार बनाने जा रहे हैं। इस बार उन्हें 163 विधायकों का समर्थन मिला है। जिसमें उनकी पार्टी के 45 विधायकों के साथ राजद के 79, कांग्रेस के 19 और वामदलों के 16 विधायक सहित चार विधायक जीतनराम मांझी की पार्टी के शामिल हैं। पिछली एनडीए समर्थित सरकार में उनके पास 127 विधायकों का साथ था।
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