5 हजार रुपये की रिश्वत के लिए जनपद सीईओ ने दांव पर लगा दी नौकरी, लोकायुक्त पुलिस ने किया ट्रेप

Thursday, 22 December 2022

/ by BM Dwivedi

लोकायुक्त टीम ने रंगेहाथ सीईओ सहित पकड़ा बाबू को

कठिन परिश्रम कर पीएससी से निकली छात्रा सुश्री विजय लक्ष्मी मरावी जनपद सीईओ की कुर्सी हासिल की। नौकरी के चार जुमे ही पार किये होंगे। इस दौरान शासन की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का अनुभव तो कम ही प्राप्त किया होगा अपितु घूंसखोरी में अब्बल स्थान अर्जित कर लिया। यहां तक की अपने विभाग के कर्मचारियों से घूंस लेने में तनिक संकोच नहीं किया करती थी। मजे की बात तो यह है कि अपने भ्रष्ट्राचार के किस्सों पर पर्दा डालने के लिए मोबाइल छाप तथाकथित पत्रकारों को भी मैनेज करके रखने का अच्छा हुनर था। लेकिन कहते है कि सौ दिन सुनार के तो एक दिन लोहार के कुछ ऐसा ही बुधवार के दिन हुआ। लोकायुक्त का हथौड़ा ऐसा चला कि पांच हजार रूपये के पीछे उनकी नौकरी खतरे में पड़ गई। इतना ही नहीं न्यायालय में सुनवाई के उपरांत दोषी पाये जाने पर सलाखों के पीछे जाने से भी कोई नहीं रोक सकता। चंद रूपयों के पीछे नौकरी को दांव में लगाने वाली रीवा जनपद की सीईओ सुश्री विजय लक्ष्मी मरावी हैं जो अपने ही विभाग के पंचायत समन्यवक संदीप पांडेय से पांच हजार रूपये का रिश्वत लेते हुये अपने ही कार्यालय में पकड़ी गई। इस बात की जानकारी लोकायुक्त एसपी ने जारी प्रेस नोट पर दी। बताया कि जनपद सीईओ के साथ ही जनपद कार्यालय को मुख्य लिपिक महेंद्र वर्मा भी 15 सौ रुपये लेते हुये रंगेहाथ पकड़ा गया है।

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वेतन निकाले जाने के लिए मांगी थी चढ़ोतरी

एसपी लोकायुक्त ने बताया कि फरियादी संदीप पांडेय निवासी पारस नगर रीवा पंचायत समन्वयक अधिकारी के पद पर कार्यरत है। अचानक तबियत खराब हो जाने पर वह हार्निया का आपरेशन करवाने चले गये और दो माह तक नहीं लौटे तो उनका वेतन रोक दिया गया। लौट कर आने पर संदीप पांडेय द्वारा मेडिकल पेश कर दो माह के वेतन दिलाये जाने की फरियाद की गई। लेकिन पैसे की लोभी जनपद सीईओ बिना चढ़ोतरी के ऐसा काम कैसे कर देती। चढ़ोतरी की जिम्मेदारी बड़े बाबू महेश वर्मा को सौंप दी। बड़े बाबू ने पंचायत समन्वयक संदीप पांडेय से 65 सौ रुपये में सौदा तय किया। जिसमें 15 सौ रूपये अपने मध्यस्था का और 5 हजार रुपये मैडम साहिबा का। बुधवार को जैसे ही संदीप ने बाबू के हाथ में 65 सौ रुपये थमाये तो बाबू खुशी के मारे फूले नहीं समाया। 15 सौ रुपये अपना कमीशन जेब में रख अंदर कार्यालय में बैठी मैडम साहिबा की टेबिल पर उनके हक की राशि 5 हजार रुपये रख दी। रूपये उठा कर मैडम पर्स में डालती कि उसके पहले ही लोकायुक्त की टीम ने दबिस दे दी। और बड़े बाबू के साथ   जनपद सीईओ सुश्री विजय लक्ष्मी मरावी को रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। 


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