लौर थाना क्षेत्र में मानसिक विक्षिप्त युवती बनी हवस का शिकार
घटना तो 7 जनवरी के शाम की है, लेकिन लौर थाना की दीवार को भेद कर आज सामने आई। इस बीच लौर थाना प्रभारी केपी त्रिपाठी और महिला उप निरीक्षक दिव्या उपाध्याय ने अपनी पुलिस टीम के साथ आरोपी आरोपी हरीश लोनिया पिता सूर्यमणि लोनिया 35 वर्ष निवासी ग्राम सूजी थाना लौर को दबोचते हुये सलाखों के पीछे कर दिया। बताया गया कि युवती मानसिक विक्षिप्त होने के साथ ही विकलांग भी है। घटना की शाम वह अपने बड़े पिता की दुकान में बैठी हुई थी, जिसे घर पहुंंचाने के लिए आरोपी अपने साथ लेकर चला। लेकिन जब काफी देर तक युवती को लेकर नहीं पहुंचा तो घर के लोग युवती की तलास में निकल पड़े। देखा तो गांव के समीप ही एक बगीचे में आरोपी युवती के साथ संदिग्ध हालत में मिला। जिसे ग्रामीणों ने दबोच लिया और पुलिस को सूचना दी। युवती ने अपने बयान में बताया कि आरोपी धमकाते हुये उसकी आबरू को तार-तार कर दिया।
गोविंदगढ़ में 11 वर्षीय बच्ची से हुई दरिंदगी
गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र में 11 वर्षीय बच्ची दरिंदगी का शिकार हो गई। घटना तो 6 जनवरी के शाम की है। पहले तो मामले को दबाने का प्रयास किया गया। लेकिन परिजन आरोपी को सजा दिलाये जाने की ठानते हुये 8 जनवरी को थाना में आकर शिकायत दर्ज करवाई। एसपी ने मामले को संज्ञान में लेते हुये गोविंदगढ़ थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल और बिछिया थाना प्रभारी प्रियंका पाठक की टीम बनाकर आरोपी जितेंद्र उर्फ पल्लू विश्वकर्मा पिता रामदीन विश्वकर्मा 32 वर्ष निवासी शुकुलगवां को गिरफ्तार करवा लिया। आरोपी पुलिस से बचने के लिए घर छोड़ कर अपने अहरी में छुपा हुआ था। घटना के संबंध में बताया गया कि 11 वर्षीय बच्ची अपनी बहन की तलास करते हुये आरोपी के घर की ओर जा पहुंची। आरोपी बहाने से उसे घर के अंदर बुला लिया और कमरे का दरवाजा बंद कर बच्ची के साथ दरिदंगी को अंजाम दिया। बच्ची की शिकायत पर पुलिस ने दुष्कर्म सहित पास्को एक्ट के तहत आरोपी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
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