अब तक 21000 से अधिक कर्मचारियों को किया जा चुका बाहर
Job crisis in Indian startup companies: विदेशी कंपनियों की तर्ज पर भारतीय स्टार्टअप कंपनियां भी छंटनी की राह पर चल पड़ी हैं। फंडिंग की कमी के चलते देश की करीब 70 स्टार्टअप्स कंपनियों पिछले तीन-चार माह में अपने 21,000 से ज्यादा कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा चुकी है। वहीं आने वाले समय में और भी कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा मडरा रहा है।छंटनी करने वाली भारतीय स्टार्टअप कंपनी
जानकारी के मुताबिक छंटनी करने वाली भारतीय स्टार्टअप कंपनियों में बायजूस, ओला, एलपीएल, इन्नोवासेर, वेदांतु, कार्स-24, ओयो, मिशु आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं। सबसे ज्यादा छंटनी एडटेक सेक्टर ने की है। बताया जा रहा है कि अब तक 16 एडटेक स्टार्टअप्स 8,000 से ज्यादा लोगों को नौकरी से निकाल चुके हैं। वहीं शेयरचैट (मोहल्ला टेक प्राइवेट लि) ने अपने करीब 20 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी की है। जबकि हेल्थटेक यूनिकॉर्न इनोवेसर ने भारत सहित अमरीका में 245 कर्मचारियों को बाहर कर चुकी है।
आर्थिक अनिश्चित के चलते नौकरी में कटौती
विशेषज्ञों की माने तो अनिश्चित आर्थिक वातावरण के चलते को नौकरी में कटौती की जा रही है। इनोवेसर ने पिछले साल सितंबर में करीब 120 कर्मचारियों को बाहर किया था। वहीं ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी कंपनी भी अपने 380 कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि फूड डिलीवरी ग्रोथ काफी धीमी है। वहीं अन्य स्टार्टअप्स में घरेलू ऑनलाइन वाहन मरम्मत प्लेटफॉर्म गोमैकेनिक, सिकोइया इंडिया ने अपने 70 फीसदी कर्मचारी कम कर दिये हैं।
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