बस्ती में थापा पीटता रहा आबकारी अमला, नईगढ़ी पुलिस ने पकड़ा कच्ची शराब का जखीरा

Sunday, 22 January 2023

/ by BM Dwivedi

रीवा. नईगढ़ी स्थित कलरहटी मोहल्ले में कच्ची शराब बनाये जाने का पुस्तैनी धंधा चला आ रहा है। जिस पर न तो आबकारी अमला ही नकेल लगा पाई और न ही नईगढ़ी पुलिस। कहने को तो कच्ची शराब पर नकेल लगाये जाने की जिम्मेदारी ही आबकारी अमले को है। ताकि क्षेत्र में संचालित शासन की शराब बिक्री पर असर न हो और शासन को राजस्व लाभ मिले। इसके लिए बकायदा शराब ठेकेदारों द्वारा आबकारी विभाग के सर्किल प्रभारी से लेकर मुख्यालय तक हर महीने चढ़ोतरी भी चढ़ाते है। यहां तक की व्हीआईपी के नाम पर भी चढ़ोतरी फिक्स कर रखी है। मजे की बात तो यह है कि मुख्यालय में एडीओ के नाम पर भी ठेकेदार चढ़ोतरी चढ़ाते है लेकिन उक्त चढ़ोतरी का उपभोग कौन करता है यह तो शोध का विषय है। मजे की बात तो यह है कि चढ़ोतरी चढऩे के बावजूद भी आबकारी अमला कच्ची शराब बनाये जाने की बस्तियों में जाकर अपनी थाप बजा आ जाता है। जिसका असर कच्ची शराब बनाने वालों पर नहीं पड़ता। शनिवार को नईगढ़ी थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर ने कच्ची शराब बनाये जाने वालों के जखीरे में ही दबिस दे डाली। आश्चर्य की बात यह है कि जायसवाल बस्ती से सटी खडुई नदी में पुलिस टीम ने जहां भी कदम रखे वहीं से कच्ची शराब निकली या फिर लाहन का जखीरा। पुलिस को देख नदी के किनारे शराब बनाने वालों के बीच भगदड़ सी मच गई। उसके बावजूद भी पुलिस ने कच्ची शराब बनाने वाले आरोपी अमृत लाल जायसवाल पिता सुखदेव प्रसाद 60 वर्ष एंव रामखेलावन जायसवाल पिता ब्रम्हदीन जायसवाल 36 वर्ष को धर दबोचा। पुलिस ने बताया कि अमृत लाल जायसवाल से 15 लीटर एंव रामखेलवान जायसवाल से 30 लीटर कच्ची शराब बरामद की। आरोपियों के विरुद्ध आबकारी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है।

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दस्तक देकर लौटता है आबकारी अमला

ऐसा नहीं है कि आबकारी अमला नईगढ़ी के जायसवाल बस्ती में दबिस नहीं देती। दबिस तो देती है लेकिन उनकी कार्रवाई औपचारिक दिखाई देती है। अलग-अलग पांच-छ प्रकरण पंजीबद्ध कर किसी से एक लीटर तो किसी से लाहन की जब्ती दिखाती है। स्थानीय सूत्रों की मानें तो आबकारी अमला शराब और लाहन पकड़ कर आरोपियों से मौके पर ही चढ़ोतरी चढ़वा लेती है। जिससे आरोपियों के हौसले फिर से बुलंद हो जाते है और आबकारी अमले की पीछे मुड़ते ही उनका कारोबार फिर से शुरू हो जाता है।

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महिलाओं को बनाते है आरोपी, पुरुषों को देते हैं अभयदान

नईगढ़ी स्थित कलरहटी मोहल्ले में कच्ची शराब बनाये जाने का कारोबार ज्यादातर पुरुष करते है। महिलायें तो महज एक मोहरा होती है। सूत्रों की मानें तो आबकारी अमले ने एक सूची बना रखी है जिसमें ज्यादातर महिलाओं के नाम शामिल है। जब भी आबकारी अमला नईगढ़ी के कलरहटी मोहल्ले में दबिस देती है तो उन सूची बद्ध महिलाओं के दरवाजे की कुंडी खटखटाती है। और महिलाये पानी मिक्स कच्ची शराब और नाम का लाहन उनके सामने पेश कर देती हैं। जबकि कच्ची शराब बनाये जाने का कारोबार खडुई नदी में होता है। वहीं भ_ी सुलगती है और वहीं नदी के किनारे गड्ढा कर लाहन को छुपा कर रखा जाता है। जहां आज नईगढ़ी पुलिस ने दबिस देकर लाहन और कच्ची शराब के जखीरे में अपनी आमद दर्ज करा दी। 

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