अपर कमिश्नर ने कार्रवाई करने संभायुक्त को लिखा था पत्र
रीवा। पाप का घड़ा एक न एक दिन फूटता ही है। उसकी आवाज धीमी जरुर होती है लेकिन बुलंद होती है। मऊगंज एसडीएम के भ्रष्टाचार का घड़ा भर चुका है बस देर है तो फूटने की, कब फूट जाये कहा नहीं जा सकता। फिलहाल अपर कमिश्नर छोटे सिंह की ओर से तीर छोड़ दिया गया है जो संभागीय आयुक्त की टेबिल तक पहुंच गया। यदि हम मऊगंज के अधिवक्ताओं की बात माने तो इस बात की जानकारी लगते ही एसडीएम मऊगंज एक सप्ताह के लिए अचानक भूमिगत हो गये। बताते है कि संभागीय आयुक्त की गाज से बचने से बचने के लिए एसडीएम मऊगंज राजधानी की ओर कूच कर गये है। सूत्रों की माने में राजधानी स्थित राजस्व मंत्रालय में कोई एक पदाधिकारी एसडीएम का करीबी माना जाता है। जिसके माध्यम से संभागीय आयुक्त की तरकस से निकलने वाले तीर का तरकस के अंदर ही ठंडा करने का प्रयास करने राजधानी की दौड़ लगा दी है। यदि सूत्रों की बात सही है तो देखना यह है कि राजधानी से छोड़ा गया बाण संभागीय आयुक्त पर कितना कारगर साबित होता है। गौरतलब है कि राजस्व प्रकरण में हेराफेरी कर करोड़ों रूपये की निजी स्वार्थ के चलते एसडीएम मऊगंज ने दुबगवां कुर्मियान स्थित हाइवे किनारे की आराजी 534 रकबा 28 डिसमिल एवं आराजी क्रमांक 549 रकबा 32 डिसमिल में दर्ज नौ भू स्वामियों का नाम विलोपित कर दुबगवां कुर्मियान निवासी रमाशंकर पिता रामश्रय के नाम 2021 में कर दी गई। जिसके विचारण उपरांत अपर कमिश्नर छोटे सिंह 5 जनवरी 23 को अपने आदेश में एसडीएम को दोषी करार करते हुये उन पर कार्रवाई किये जाने के लिए संभागीय आयुक्त को पत्र लिखा है। साथ ही ऑडर सीट पर लिखा है कि एसडीएम मऊगंज को विधि का ज्ञान नहीं हैं। सूत्र बताते है कि उसी विधि के विधान की तलास में एसडीएम मऊगंज एक सप्ताह की छुट्टी लेकर कार्यालीन कार्य से दूरी बना ली है।इसे भी देखें : दिल्ली में 26 जनवरी की परेड में विंध्य की बेटी कदम ताल के साथ अपने ग्रुप को करेगी लीड
दलालों का बढ़ा ब्लड प्रेशर, घेर रहे भू स्वामी
अधिवक्ता केबी पांडेय ने बताया कि एसडीएम मऊगंज से लेकर नईगढ़ी तक अपने दलाल पाल रखे हैं। जो मुर्गा पकड़ कर एसडीएम की चौखट में बलि देने का काम करते हैं। जब से इस बात की खबर फैली है कि अपर कमिश्नर से एसडीएम पर कार्रवाई करने के लिए संभागीय आयुक्त को पत्र लिखा है तब से दलालों के ब्लड प्रेशर बड़े नजर आते है। उनको इस बात का आभास हो चला है कि संभागीय आयुक्त निश्चित ही एसडीएम पर ठोस कार्रवाई करेंगे। कहीं ऐसा भी न हो कि कार्रवाई के चलते मऊगंज एसडीएम की कुर्सी भी न खिसक जाये। सूत्र ने बताया कि दलालों ने एसडीएम की चौखट में कई बड़े-बड़े मुर्गो की बलि चढ़ा दी है और यदि एसडीएम की कुर्सी गई तो बलि चढ़े मुर्गे पाताल से भी खोद कर दलालों को सबक सिखाने में कोई गुरेज नहीं करेंगे।
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