भाजपा राज में हुये भ्रष्टाचार पर कांग्रेस का मलहम
रीवा। वर्षो से नगर निगम में भाजपा का कब्जा रहा। इस दौरान जमकर भ्रष्टाचार हुआ। मुद्दत बाद शहर की जनता जागरुक हुई और नगर निगम की बागडोर कांग्रेस के हाथों सौंप दी। कांग्रेस के महापौर अजय मिश्रा बाबा ने नगर निगम में चल रहे कई भ्रष्टाचार पर लगाम कस दी। परंतु कुछ भ्रष्टाचारी आज भी नगर निगम की कुर्सी पर बैठे हुये। जिनको हिला पाना महापौर के बूते की बात नहीं है। फिलहाल इन दिनों नगर निगम में जो देखने को मिल रहा है उससे जनता तो लुफ्त उठा ही रही है साथ ही शहर में भ्रष्टाचार मुक्त विकास भी दिख रहा। मजे की बात तो यह है कि गुरुवार को निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 13, 10 और 14 में सड़क में डामरीकरण सहित अन्य कार्यों को लेकर भूमि पूजन में भाजपा और कांग्रेस के बीच जमकर नौटंकी देखने को मिली। और नौटंकी हो भी क्यों ने क्योकि इन्ही वार्डो में भाजपा के कार्यकाल में सीवरेज लाइन के लिए जमकर भ्रष्टाचार देखने को मिला था। गनीमत रही कि कांग्रेस के तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष अजय मिश्रा बाबा ने भ्रष्टाचारी कंपनी का ऐसा भंडाफोड़ किया कि कंपनी ही भूमिगत हो गई। भ्रष्टाचार के गड्डे पर कांग्रेस के महापौर अजय मिश्रा बाबा ने डेेढ़ करोड़ रुपये का टेंडर निकाला जो अलग-अलग तीन फर्मो को मिली। गुरुवार को भाजपा के निगम अध्यक्ष व्यंकटेश पांडेय और कांग्रेस के महापौर अजय मिश्रा बाबा के बीच भूमि पूजन को लेकर नौटंकी का खेल हुआ। जिस पर तीनो वार्ड की जनता ने जमकर तमाशा देखा और राजनीति के दांव-पेंच की चर्चा कर चटकारे लेते नजर आये।नारियल फोड़ कर चंपत हुये निगम अध्यक्ष
कांग्रेस पार्षद द्वारा सोशल मीडिया में इस बात की खबर फैलाई गई कि गुरुवार को वार्ड क्रमांक 13, 14 और 10 में सड़क, नाली सहित अन्य निर्माण कार्य के लिए भूमि पूजन किया जायेगा। इस बात की खबर जैसे निगम अध्यक्ष व्यंकटेश पांडेय को लगी तो वह अपना लाव लश्कर लेकर वार्ड में पहुंच गये। और वार्ड क्रमांक 10 के सपा का दामन छोड़ कर भाजपा में शामिल हुये पार्षद वीरेंद्र पटेल सहित वार्ड के लोगों को बुलाकर डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से रहे निर्माण कार्य का भूमि पूजन कर डाला। और इतनी जल्दी वहां से रवाना हुये कि जैसे अचानक कोई विशेष काम आ गया हो।महापौर के पहुंचते ही उमड़ पड़ी भीड़, सेनि. प्राचार्य से करवाया भूमि पूजन
भूमि पूजन की नौटंकी का दूसरा पहलू उस वक्त देखने को मिला जब महापौर अजय मिश्रा बाबा वार्ड में पहुंचे। उनके आने की खबर लगते ही भीड़ एकत्रित हो गई। महापौर ने वार्ड में रहने वाले सेनि. प्राचार्य के हाथों डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से होने वाले निर्माण कार्य का भूमि पूजन करवाया। साथ ही निगम अध्यक्ष व्यंकटेश पांडेय को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि भूमि पूजन का अधिकार ठेकेदार को होता है कि वह किससे भूमि पूजन करवायेगा। भाजपा के निगम अध्यक्ष भूल गये कि भाजपा के महापौर के कार्यकाल में शहर के 110 किलोमीटर की सड़क को भ्रष्टाचारी कंपनी द्वारा गड्डे में तब्दील कर दिया गया था। जिस पर मलहम लगाने के लिए हमने तीनों वार्डो में डेढ़ लाख रुपये का टेंडर निकाले और जल्द ही निर्माण कार्य पूरा होगा।
कांग्रेस, भाजपा और निर्दलीय पार्षदों के वार्ड में होगा काम
कार्य को देख यह नहीं कहा जा सकता है कि महापौर अजय मिश्रा बाबा ने पार्षदों को लेकर कोई पक्षपात किया हो। वार्ड क्रमांक 14 से जहां कांग्रेस पार्षद रवि तिवारी है वहीं वार्ड क्रमांक 10 से सपा का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हुये पार्षद वीरेंद्र पटेल। वार्ड क्रमांक 13 लगातार दो पंचवर्षी से निर्दलीय प्रत्याशी नम्रता संजय सिंह के खाते में जा रही है। महापौर ने वार्ड क्रमांक 10 में 35.53 लाख की लागत से मुख्य मार्ग से श्रीजी कालोनी तक की सड़क का डामरीकरण, शारदा ठीहा से शिव नगर तक 31.96 लाख रुपये का सड़कों का डामरीकरण, वार्ड क्रमांक 13 में 22.37 लाख रूपये का सड़क में डामरीकरण के साथ ही शिव मंदिर में बाउंड्री वाल सहित नाली आदि कार्यो का टेंडर निकाल कर वर्क ऑडर स्वीकृति की। जिसका श्रेय महापौर अजय मिश्रा बाबा को जाता है न कि नारियल फोड़ कर भूमि पूजन की नौटंकी करने वाले भाजपा का चोला ओढ़ कर निगम में बैठे अध्यक्ष को।
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