सेवानिवृत्ति के कगार पर चिकित्सक, समाजेवा में रखते हैं रुचि
मध्यप्रदेश के रीवा जिले की चर्चित सीट देवतालाब विधानसभा की राजनीति हमेशा ही करवटें बदलती रही। देवतालाब विधानसभा को कभी बसपा का गढ़ माना जाता था। जिसे भाजपा के विधायक पंचूलाल ने ध्वस्त कर भाजपा का परचम लहरा दिया। बीते कई पंचवर्षी चुनाव से भाजपा का परचम गिरीश गौतम देवतालाब विधानसभा में लहरा रहे हैं। कांग्रेस और बसपा ने इनसे लोहा लेने मैदान पर उतरी लेकिन भाजपा के गढ़ को भेद नहीं पाई। वर्तमान हालत में देवतालाब विधानसभा में भाजपा विधायक गिरीश गौतम की स्थिति ठीक नहीं आकी जा रही है। जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण जिला पंचायत चुनाव परिणाम में निकल कर सामने आया है। कांग्रेस से जयवीर सिंह सेंगर और विद्यावती पटेल की नजर देवतालाब विधानसभा की सीट भाजपा से छीनने के लिए लगी हुई है। अब यह तो संगठन ही तय करेगा कि देवतालाब विधानसभा से ऐसा कौन सा प्रत्याशी उतारा जाये जो भाजपा के किले में सेंध लगा सकता है। इन्हीं राजनैतिक चर्चाओं के बीच एक नया नाम उभर कर सामने आया है अस्थिरोग विशेषज्ञ डॉ. मनमोहन सिंह।नौकरी में रहते हुये भी वह समाजिक कार्यो रहते हैं सक्रिय
देवतालाब विधानसभा ही नहीं रीवा जिले के साथ ही दूर-दराज रहने वालों के लिए डॉ. मनमोहन सिंह कोई अपरिचित नाम नहीं है। रीवा के संजय गांधी अस्पताल में वह सेवा निवृत्ति के कगार पर खड़े हैं। बताया जाता है कि सेवा निवृति के बाद वह समाज सेवक के रूप में राजनीति के मैदान में उतरेंगे। ऐसा नहीं है कि सेवा निवृत्ति का समय आते ही डॉ. मनमोहन सिंह के दिल में समाज सेवा की भावना जागी हो। नौकरी में रहते हुये भी वह समाजिक कार्यो में हमेशा ही सरोकार रहे। बताया जाता है कि डॉ. मनमोहन सिंह अपने निज ग्राम पंचायत फूलकरण सिंह में लगभग 100 निराश्रितों को पेंशन, विद्यालय के छात्रों को स्कॉलशिप वर्षो से देते आ रहे हैं। इतना ही नहीं 5 सितंबर को वृहद कार्यक्रम कर आसपास के रहने वाले सेनि. शिक्षकों को सम्मान करते हैं। ऐसा कोई साल न गुजरता होगा जिस वर्ष ठंड के दिनों में गरीबों के कबंल न भेजते हो। बताया जाता है कि ग्राम वासियों के निस्तार के लिए अपनी ही जमीन में एक बड़े तालाब का निर्माण करवाया है। डॉ. मनमोहन सिंह के अनुज नरेंद्र सिंह मुंशी अपने ग्राम पंचायत बहुती से पांच बार सरपंच चुने गये। जिनकी ख्याति नईगढ़ी जनपद क्षेत्र में बरकरार है। राजनीति के चौराहों से जो चर्चा निकल कर आई है उससे यह तो तय है कि सेवा निवृत्त होने के बाद वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में डॉ. मनमोहन सिंह शिरकत करेंगे। परंतु किस पार्टी का दामन थाम कर देवतालाब विधानसभा के चुनावी मैदान में जोर अजमाईश करेंगे यह तो शोध का विषय है। परंतु इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि डॉक्टर मनमोहन सिंह के चुनाव मैदान में उतरने पर देवतालाब विधानसभा की राजनैतिक फिजा बदल जायेगी।
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