किसानों की मांग की जा रही अनसुनी, बढ़ रहा आक्रोश
रीवा. मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर रीवा सीधी सिंगरौली एवं सतना पन्ना रेल लाइन से प्रभावित किसान पिछले १७ दिन से अनशन पर बैठे हुए हैं। लेकिन किसानों की मांग अनसुना किया जा रहा है। जिससे किसानों में भारी आक्रोश है। रीवा के साथ ही सीधी जिले के बघबार, रघुनाथपुर, रामपुर, मऊ, मझियार, गोपाल पुर, पडख़ुरी, ममदर, बडख़रा, सुअरगात,चोरहट के किसान भी अनशल में पहुंचे। यहां के किसानों ने बताया कि चार हजार में से अभी तक केवल 410 को ही नौकरी मिली है। इनकी मांग है कि रेवले से प्रभावित आश्रितों को नौकरी देने की बन्द प्रक्रिया तत्काल चालू की जाय। जब तक नौकरी नहीं मिलेगी किसान शान्ति पूर्ण ढंग से अपना अनशन जारी रखेंगे।
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15 जनवरी से अनशन में बैठे
वरिष्ठ किसान सुग्रीव सिंह, रामायण शर्मा, त्रंबकेश्वर पांडे, महेंद्र पांडे, राघवेन्द्र शर्मा, राजेंद्र शर्मा ने कहा है कि 15 जनवरी से अनशन में बैठे हैं। लेकिन न तो रेलवे के अधिकारी ध्यान दे रहे हैं और न ही जनप्रतिनिधि ही उनकी बात सुन रहे हैं। अनशन में युवा किसान सौरभ पांडेय, अभिषेक पांडे, पंकज, रामरूदर मिश्रा, सर्वेश चौबे, लवलेश सिंह, ऋषि पांडे, राजेंद्र शर्मा, चेतमणि मिश्र, रामलखन शुक्ला, शिव प्रसाद, नीरज त्रिपाठी, रामलोटन, राजबहोर, मुन्ना गुप्ता, निलेश पांडे, जगदीश कुशवाहा, राजमणि पटेल, लाल बिहारी शर्मा सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।
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