राष्ट्रीय स्तर पर बनाई पहचान
इस अप्रत्याशित कार्य के चलते कलेक्टर हर्षिका सिंह और मंडला जिला का नाम राष्ट्रीय स्तर पर पहचान कायम की है। खास बात यह भी है कि साक्षरता की इस मुहिम में सरकार का एक रुपया भी खर्च नहीं हुआ। अर्थात बिना किसी अलग से बजट दिये ही कलेक्टर हर्षिता सिंह के मार्गदर्शन और प्रयास से इस कार्य पूर्ण हुआ है और आज समूचा जिला साक्षर हो गया। इस अप्रत्याशित कार्य में सफलता के लिए नई दिल्ली में प्रधानमंत्री की हाथों उन्हें सम्मानित भी किया गया है। बतादें कि हर्षिका सिंह के पति रोहित सिंह भी आईएएस हैं।
रीवा से है गहरा संबंध
कलेक्टर हर्षिका सिंह का मध्यप्रदेश के रीवा जिले से गहरा संबंध है, दरअसल हर्षिका सिंह रीवा जिले के रायपुर कर्चुलियान जनपद में अध्यक्ष रह चुके लाल बहादुर सिंह की बहू हैं। जिन्होंने अपनी इस उपलब्धि से रीवा जिले का भी नाम गौरवाविंत किया है।
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