वीरेन्द्र सिंह सेंगर बबली
रीवा.कभी भाजपा के दामन से सेमरिया विधानसभा से चुने गये विधायक अभय मिश्रा पर वर्तमान विधायक के पी त्रिपाठी की वक्रदृष्टि मंडरा रही है। सेमरिया की जनता को छोड़ कर कांग्रेस का दामन थाम कर भाजपा के पूर्व विधायक अभय मिश्रा को रीवा से हार का सामना करने पर फिर से सेमरिया के जनता की सुध आने लगी। सेमरिया विधानसभा केपी बनाम अभय बन चुका है। दोनो ही नेता एक-दूसरे को तेल की धार में देख रहे है। एक ओर जहां विधायक केपी त्रिपाठी के विरुद्ध कांग्रेस नेता अभय मिला चाल पर चाल रहे तो वहीं दूसरी ओर सेमरिया के भाजपा विधायक केपी त्रिपाठी की नजर कांग्रेस नेता अभय मिश्रा के अवैध अतिक्रमण कर निर्मित फार्म हाउस पर जा टिकी। जिसे वह नेस्तनाबूद कर देने की ठान रखी है। शासकीय भूमि पर अधिग्रहित कर निर्माण करवाया गया फार्म हाउस कब जमींदोज होगा इस पर रीवा सहित सेमरिया के जनता की नजर टिकी हुई है। क्योकि हाल ही विधानसभा सत्र में जा बातें निकल कर सामने आई उससे ऐसा प्रतीत होने लगा कि कांग्रेस नेता अभय मिश्रा द्वारा शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर बनाये गये फार्म हाउस के इर्द-गिर्द शिवराज सिंह चौहान का बुलडोजर मंडराने लगा है। मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा में उठाये गये सवाल के बाद जिला प्रशासन की नींद तो खुल गई परंतु नींद में अभी खुमारी भरी हुई है। सूत्र बताते है कि गुरुवार को राजस्व अधिकारियों का एक दल कांग्रेस नेता के फार्म हाउस पर दस्तक तो दे दिया। लेकिन कार्यवाही क्या की यह अबूझ पहेली बनी हुई है। राजस्व टीम के प्रभारी ने मीडिया के सवालों पर रू-ब-रू होते हुये कि इसका जबाव कलेक्टर देंगे। मतलब विधानसभा में दिये गये राजस्व मंत्री के फरमान की गेंद कलेक्टर के पाले में जा गिरी है।
Also Read:Rewa News: बालेंद्र का भाजपा से बगावत या ब्राम्हणवाद की राजनीति?
राजस्व मंत्री ने माना कांग्रेस नेता अभय ने शासकीय भूमि पर कर रखा है अतिक्रमण
हाल में चले विधानसभा सत्र में सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी ने सवाल उठाया कि रीवा जिले में भू माफियाओं द्वारा ग्राम पंचायत तिघरा से रीवा रेलवे स्टेशन की ओर चारो तरफ लगभग 5 सौ मीटर के एरिया में अवैध कब्जा कर बाउंड्री वाल बना कर आम रास्ता बाधित किया है। क्या सरकार चंदुआ नाला का रूपांतरित नाम धिरमा नाला के शासकीय जमीन का सीमांकन करवा कर भू माफिया से मुक्त करवायेगी। जिस पर जबाव देते हुये राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने ग्राम पंचायत तिघरा से रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाली आम रास्ता में बायपास के नीचे धिरमा नाले की शासकीय जमीन पर अवैध अतिक्रमण होने की बात स्वीकार की। साथ ही कहा कि प्रश्नागत भूमि के सीमांकन के लिए आदेश क्रमांक 199 में 10 फरवरी 23 को जांच दल गठित किया जा चुका है। जिसके प्रतिवेदन के आधार पर आगामी विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी। राजस्व मंत्री के आदेशानुसार जांच दल गठित हुये एक माह गुजर गये देखना यह है कि जांच दल क्या प्रतिवेदन बना कर सरकार को देती है। यहां बात एक नेता द्वारा अवैध अतिक्रमण को लेकर है। लेकिन यही अवैध अतिक्रमण यदि कोई गरीब या आमजन किया होता तो अब तक शिवराज सिंह का बुलडोजर उसे धरासाई कर चुका होता।
No comments
Post a Comment