Teenager conspired to kidnap: मध्यप्रदेश के रीवा जिले के बैकुंठपुर बस्ती से किशोरी के अपहरण की खबर सुन कर पुलिस को होश उड़ गये। उस पर भी मामला फिरौती का, एसपी से लेकर थाना प्रभारी की अच्छी-खासी परेड हो गई। किशोरी को इस बात का आभास नहीं था कि ये रीवा पुलिस है सच को धरातल से कुदेर लेगी। और ऐसा हुआ भी एसडीओपी सिरमौर नवीन दुबे और बैकुंठपुर थाना प्रभारी श्वेता मौर्य ने जब किशोरी से पूछताछ शुरु करनी शुरू की तो पहले किशोरी ने एसडीओपी सहित थाना प्रभारी को खूब छकाने का प्रयास किया लेकिन उसकी दाल नहीं गली। पुलिस के सवालों के आगे उलझती चली गई और बताया कि पेपर बिगड़ जाने पर घर के लोगो से फटकार न मिले इसलिए खुद ही फिरौती के लिए अपने अपहरण की कहानी रची थी। एसडीओपी सिरमौर एवं थाना प्रभारी बैकुंठपुर ने जब सच की खोज कर डाली तो एसपी नवनीत भसीन के निर्देश पर धारा 164 के तहत उसके कथन भी करवा लिये।
मिलने पर किया बेहोशी का नाटक
गौरतलब है कि शुक्रवार की सुबह बैकुंठपुर निवासी 17 वर्षीय किशोरी का पिता पुलिस की मदद के लिए बैकुंठपुर थाना पहुंचा बताया कि उसकी लड़की का अज्ञात लोग अपहरण कर लिये है और फिरौती के लिए एक लाख रुपये की मांग कर रहे। इतना ही लड़की ने पिता को फोन कर बताया कि वह हर्दी मोड़ के पास है यहां आकर पैसे देकर मुझे छुड़ा ले जाओ। पिता संग पुलिस जब मौके पर पहुंची तो किशोरी हर्दी मोड़ पर मिल गई जो अपनी बेहोशी की नौटंकी कर रखी थी। पुलिस द्वारा किशोरी को उपचार के लिए एसजीएमएच भेजा गया। जहां स्वस्थ होने पर अस्पताल से किशोरी को छुट्टी दे दी गई। फिर उसके बाद पुलिस के सवालों का सामना किशोरी को करना पड़ा। जिससे सच्चाई निकल कर सामने आ गई।
मनगढ़ंत निकली कहानी
वहीं थाना प्रभारी बैकुंठपुर ने बताया कि किशोरी के पिता की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध अपहरण का अपराध पंजीबद्ध कर लिया था। साथ ही उक्त घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को देने के साथ ही उनके मार्गदर्शन में पुलिस टीम सच की खोज में जुट गई थी। गौरतलब है कि जिले में फिरौती के लिए अपहरण किये जाने की यह कोई पहली फर्जी घटना नहीं है। लेकिन पुलिस जब तह पर गई तो अपहरण और फिरौती की घटना भी मनगढंत कहानी निकली।
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