वीरेन्द्र सिंह सेंगर बबली
रीवा. शनिवार के दिन जिले का प्रभार लेने के साथ ही नवागत एसपी विवेक सिंह ने पुलिस कंट्रोल रूम में परिचय बैठक ली। मजे की बात यह रही जिन थाना प्रभारी को रंगेहाथ पकडऩे के लिए लोकायुक्त की टीम तलाश रही थी वो थाना प्रभारी एसपी की बैठक में मौजूद रहे। नवागत एसपी एसडीओपी सहित थाना प्रभारियों को नसीहत दे रहे थे कि किसी के भी खिलाफ शिकायत मिली तो बख्सा नहीं जायेगा। और थाना प्रभारी बकायदा नवागत एसपी की बातें सुन रहे थे। वहीं सूत्रों ने बताया कि लोकायुक्त द्वारा की जाने वाली कार्रवाई की बकायदा सूचना पुलिस अधीक्षक कार्यालय को दी जाती है जिससे एसपी पूरे मामले से अवगत होते है। परंतु लोकायुक्त द्वारा अभी तक पुलिस अधीक्षक कार्यालय को उक्त कार्रवाई के सिलसिले में लिखित रूप से जानकारी नहीं भेजी गई। जिससे नवागत एसपी को लोकायुक्त एसपी द्वारा जारी पे्रस नोट में उल्लेखित समान थाना प्रभारी सहित महिला उप निरीक्षक के रिश्वत मांगे जाने पद दर्ज अपराध की जानकारी हो सके।
Also Read: पुलिस को पैसे देने की जरुरत नहीं, विधि संगत होगी कार्रवाई, नवागत एसपी ने दिलाया भरोसा
नेताओं को उंगली उठाने का मौका न दे कोई: एसपी
शनिवार को पुलिस कंट्रोल में आयोजित बैठक में नवागत एसपी विवेक सिंह ने पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुये कहा कि चुनावी वर्ष है और निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए तैयार रहना है। राजनैतिक दल के नेताओं को कोई ऐसा मौका न दे जिससे वह पुलिस पर उंगली उठा सके। साथ ही एसपी ने कहा कि जिले में अवैध नशे के कारोबार पर कार्रवाही चलती रहनी चाहिये। चिन्हित अपराधों में ज्यादा से ज्यादा आरोपियों को सजा दिलाने का प्रयास करें। महिला संबंधी अपराधों पर पुलिस विधि संगत कार्रवाई करे और सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों का शीघ्र निवारण करें। शनिवार के दिन नवागत एसपी ने जिले के दोनो एएसपी सहित एसडीओपी एवं थाना प्रभारियों का परिचय लेने के साथ ही बेहतर पुलिसिंग किये जाने का सुझाव देते हुये कहा कि अपराधों पर रोक लगाने के लिए सभी एक टीम की भांति कार्य करें।
टीआई सहित महिला उप निरीक्षक पर नहीं हुई निलंबन की कार्रवाई
लोकायुक्त रीवा ने समान थाना के टीआई सुनील कुमार गुप्ता और महिला उप निरीक्षक रानू वर्मा के विरुद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। अपराध पंजीबद्ध हुये 24 घंटे से ऊपर का समय गुजर गया। परंतु पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा अभी तक दोनो ही पुलिस अफसरों को निलंबित किये जाने का कोई आदेश जारी नहीं किया। जबकि अभी तक पुलिस संबंधी जितने भी भ्रष्टाचार के मामले सामने आये उन सभी पुलिस अधीक्षक कार्यालय से निलंबन की गाज गिर चुकी। लेकिन टीआई सुनील गुप्ता एवं महिला उप निरीक्षक रानू वर्मा को निलंबन न किया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। गौरतलब है कि शुक्रवार को लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने जारी बयान में बताया कि समान थाना क्षेत्र में संचालित गोगो होटल के संचालक के विरुद्ध थाना प्रभारी समान एवं महिला उप निरीक्षक ने शराब पिलाये जाने का अपराध पंजीबद्ध किया था। जिस पर होटल संचालक ने न्यायालय में जुर्माना भी जमा कर दिया। होटल संचालक का आरोप था कि टीआई समान और महिला उप निरीक्षक उससे होटल चलाये जाने के लिए 20 हजार रुपये प्रतिमाह के रूप में मांग रही। शिकायतकर्ता की शिकायत पर जांच कर आरोप सिद्ध पाये जाने पर दोनो के विरूद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
No comments
Post a Comment