यदि आप इस खूबसूरत गाने के बोल को ध्यान से सुनेंगे तो आपको महसूस होगा कि कैसे लालच हमारे जीवन को बर्बाद कर रहा है। थोड़ा है थोड़े की जरूरत है... इसका शाब्दिक अर्थ है कि 'कुछ वह है जो हमारे पास है और कुछ वह है जिसकी हमें आवश्यकता है'। इस खूबसूरत गाने को लिखा है लिरिक्स के बादशाह गुलजार साहब ने और संगीत से सजाया है राजेश रौशन ने दिया है... सुनिए ये प्यारा सा गीत सुकून के लिए -
थोड़ा है थोड़े की जरूरत है... सुनिए ये प्यारा सा गीत सुकून के लिए
यदि आप इस खूबसूरत गाने के बोल को ध्यान से सुनेंगे तो आपको महसूस होगा कि कैसे लालच हमारे जीवन को बर्बाद कर रहा है। थोड़ा है थोड़े की जरूरत है... इसका शाब्दिक अर्थ है कि 'कुछ वह है जो हमारे पास है और कुछ वह है जिसकी हमें आवश्यकता है'। इस खूबसूरत गाने को लिखा है लिरिक्स के बादशाह गुलजार साहब ने और संगीत से सजाया है राजेश रौशन ने दिया है... सुनिए ये प्यारा सा गीत सुकून के लिए -
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