रीवा। सेंट्रल स्कूल के पीछे गुजरने वाली लाड़ली लक्ष्मी पथ एक ओर जहां मजनुओं के लिए प्रेमालाप, गलबहियां डालने के लिए महफूज स्थान है वहीं दूसरी ओर तस्करों के लिए अवैध रूप से परिवहन करने के लिए सुगम मार्ग है। करहिया मार्ग से नशीली कफ सिरफ के साथ ही अवैध शराब एंव गांजे की खेप शहर में लाई जाती है। ऐसा नहीं कि इस बारे में पुलिस को जानकारी नहीं है परंतु पुलिस तभी उस पथ से गुजरती है जब कोई गंभीर वारदात होती है। लेकिन गुरूवार की रात्रि पुलिस की दिव्य ज्योति जल उठी और शहर एसपी शिवाली चतुर्वेदी के साथ सिविल लाइन, अमहिया और विवि थाना की पुलिस टीम ने सेंट्रल स्कूल के पास नाकेबंदी कर दी। इस नाकेबंदी में पुलिस टीम को बैरीकेटस भी लगाने पड़ गये। शहर एसपी जाल बिछाने के बाद घात लगा कर पुलिस टीम के साथ घात लगा कर बैठ गई। रात लगभग 8 बजे अल्टो क्रमांक एचआर 72 जी 8583 आती हुई दिखाई दी। जिसे रोका तो उसमें सवार तस्कर भाग निकले। पुलिस ने पीछा किया तो अनुराग त्रिपाठी उर्फ लाला पिता धनेश त्रिपाठी 29 वर्ष निवासी बैसा थाना बिछिया के साथ ही शातिर बदमाश मो. इरशाद पिता मुरादअली 36 वर्ष निवासी अमहिया बड़ी दरगाह के पीछे हाथ लग गया। कार की तलासी ली तो पुलिस टीम की आंखे चौंधिया गई। कार के अंदर 17 पेटी नशीली कफ सिरफ की मिली। जिसकी अनुमानित राशि 3 लाख 24 हजार रूपये पुलिस ने आंकी है। आयोजित पत्रकारवार्ता में एसपी विवेक सिंह ने खुलासा करते हुये बताया कि एक आरोपी पुलिस के बिछाये जाल से बच कर भागने में कामयाब हो गया है। जिसकी तलास पुलिस टीम द्वारा सरगरमी से की जा रही है।
मो. इरशाद चोर से बना शातिर तस्कर
शुरुआती दौर पर अपराध जगत में पैर रखते ही मो. इरशाद छुटपुट चोरी की वारदात करता था। चोरी में एक्पर्ट होने के बाद बड़ी चोरियां कर अकूत संपत्ति बना डाली। आश्चर्य की बात यह थी पुलिस के हाथ मो. इरशाद नहीं लगता था। उसे पकडऩे के लिए पुलिस उसकी मासूका का इस्तेमाल किया और धर दबोचा। कई चोरियों में जेल काट कर जमानत पर रिहा होते ही शराब और कोरेक्स तस्करी का काम शुरू कर दिया। तब तत्कालीन डीएसपी राजीव पाठक के हाथ लगा और पुलिस की घेराबंदी तोड़ कर भागने के दौरान उसका एक पांव टूट गया। पुलिस ने कई अपराधों के साथ ही एनडीपीएस एक्ट की कार्रवाही कर जेल भेज दिया। लेकिन एनडीपीएस में पुलिस की लापरवाही की वजह से न्यायालय ने दोषमुक्त कर दिया। जेल से छूटते ही मो. इरशाद ने फिर से नशीली कफ सिरफ की तस्करी शुरु कर दी थी। जो गुरूवार की रात एक बार फिर पुलिस के हत्थे लग गया है। देखना यह है कि पुलिस की डायरी में इस बार कितना दमखम निकल कर सामने आता है। न्यायालय उसे दोषमुक्त करता है या फिर शातिर बदमाश को सजा उसके किये की सजा देती है।
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