रीवा. जनपद कार्यालयों में गांवो में विकास के नाम पर कमीशन का खेल चल रहा है। जिधर देखे उधर से ही भ्रष्ट्राचार का मामला निकल कर सामने आ रहा है। एक ओर भाजपा अपने कार्यकाल के विकास का पुलिंदा लेकर गांव-गांव यात्रा निकाल रही वहीं दूसरी ओर विकास के नाम पर कमीशनखोरी निकल कर सामने आ रही है। एक मामला रायपुर जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत के जनपद क्रमांक 10 का निकल कर सामने आया है। जहां कसिहाई टोला और सुरसा व्यौहरान को जोडऩे वाली सड़क में पुल का निर्माण किया जा रहा है। उक्त पुल का निर्माण होने से कई गांव की जनता के आने जाने का मार्ग सुगम हो जायेगा। लेकिन इसका लाभ जनता कब तक उठायेगी इस बात की कोई गारंटी नहीं है और गारंटी हो भी कैसे? क्योंकि इस इस पुल की नींव ही रायपुर कर्चुलियान जनपद कार्यालय के कमीशन की भेंट चढ़ गई।
घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग
बताया गया कि फुहरी नाले में पुल निर्माण के लिए 60 लाख रूपये स्वीकृत हुये हैं, जिसमें विधायक निधि भी शामिल है। उक्त पुल के नींव की निर्माण में बालू के स्थान पर डस्ट के साथ ही के्रशर का निकला हुआ मलवा इस्तेमाल किया जा रहा है। इतना ही नहीं मसाले के मिश्रण में ठेकेदार द्वारा सीमेंट अक्षत की तरह उपयोग में लाया जा रहा है। गिट्टी जो उपयोग में लाई जा रही है उसकी गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि पुल में डाली जा रही भ्रष्ट्राचार के नींव की शिकायत जनप्रतिनिधियों ने जनपद सीईओ से लेकर एसडीओ और उपयंत्री तक की। लेकिन शिकायतों पर जिम्मेदार अधिकारियों के कान में जंू तक नहीं रेंगी। भ्रष्ट्राचार की नींव पर तैयार हो रही पुल कब तक वहां से गुजरने वाली जनता को राहत दिलाती है यह तो आने वाला समय ही तय करेगा। लेकिन जिस तरह से पुल निर्माण में खेल खेला जा रहा है उससे यह तय माना जा रहा कि फुहरी पुल कमीशन का भेंट चढ़ रही है।
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फुहरी पुल का निर्माण कार्य देखने गया। देखा तो वहां बालू के स्थान पर ठेकेदार द्वारा डस्ट और क्रेशर का मलवा इस्तेमाल कर रहे। इस बात की लिखित शिकायत मेरे द्वारा एसडीओ निखिल जी से की गई है।
राजेश केवट, जनपद सदस्य वार्ड क्रमांक 9
ग्रामीण जनों के माध्यम से जानकारी मिली कि फुहरी नाले में पुल निर्माण पर व्यापक रूप से भ्रष्ट्राचार किया जा रहा है। गुणवत्ताहीन कार्य किये जाने से पुल की अवधि क्षीण समय तक रहेगी। इस संबंध में मैने जनपद सीईओ से मोबाइल पर संपर्क कर जानकारी देनी चाही लेकिन जनपद सीईओ फोन रिसीव नहीं किया। तो मजबूरन मुझे जनपद कार्यालय के आफिसियल ग्रुप में शिकायत पोस्ट की गई है।
शैलेंद्र सिंह पटेल, जनपद सदस्य वार्ड क्रमांक 10
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