रीवा। लक्ष्मणबाग संस्थान के महंत हरिवंशाचार्य का अंतिम दर्शन करने बड़ी संख्या में लोग लक्ष्मणबाग पहुंचे। इस दौरान संत परंपरा के अनुसार उनका अंतिम संस्कार उसी परिसर में किया गया। महंत को मुखाग्रि उनके पुत्र अनिरुद्ध कुमार ने दी। हरिवंशाचार्य लक्ष्मणग के महंत होने के साथ ही रामानुज संप्रदाय के पीठाधीश्वर और रीवा राज परिवार के राजगुरु भी थे। इस कारण राजपरिवार की ओर से पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह लक्ष्मणबाग पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही राजगुरु के अंतिम संस्कार से जुड़ी क्रियाएं भी पूरी की गईं। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
परंपरा रही है कि लक्ष्मण के महंत के निधन के बाद नए महंत की नियुक्त कर दी जाती थी, ताकि गद्दी खाली नहीं रहे। हरिवंशाचार्य ने अपने पुत्र अनिरुद्ध कुमार को ही अगले महंत के रूप में पहले ही नियुक्त कर दिया था। इस कारण उन्होंने पिता-पुत्र के बजाए गुरु-शिष्य परंपराओं का पालन करते हुए कई वर्षों से उनकी सेवा करते रहे हैं। अब मुखाग्रि पुत्र ने ही दी है जिसके चलते अंतिम संस्कार से जुड़ी सभी क्रियाएं पूरी होने के बाद वह गद्दी पर आसीन होंगे।
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